अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की पूर्व संध्या पर संगोष्ठी का आयोजन
अजमेर। भारतीय सिन्धु सभा सिन्धी विषय लेकर अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए सहयोग देने के साथ भारत सरकार से सिन्धी विश्वविद्यालय खुलवाने के लिए प्रयासरत है। यह बात अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की पूर्व संध्या पर हरिसुन्दर बालिका विद्यालय मेें आयोजित संगोष्ठी मे राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने प्रकट किए।
इस अवसर पर प्राचार्या महेश्वरी गोस्वामी ने कहा कि सुधार सभा के सभी संस्थान सिन्धी भाषा सभ्यता व संस्कृति को बढावा देने के लिए सदैव सकारात्मक प्रयासरत हैं। सुधार सभा स्थापना का 100 वर्ष पूर्ण कर सेवा में अग्रणी संस्था बनी है। संस्था के अध्यक्ष रहे भाउ प्रभुदास ब्रह्मचारी के 117वें जन्म दिवस पर भी उनको याद कर श्रृ़द्धा सुमन अर्पित किए गए।
स्वामी सर्वानन्द विद्यालय की प्राचार्या मनजीत कौर ने सिन्धी विषय में कविता व गीत प्रतियोगिता में विजेता विद्यार्थियों का सम्मानित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विद्यालय की ओर से सदैव सहयोग की प्रेरणा दी।
कर्यक्रम की शुरूआत भारत माता ईष्टदेव झूलेलाल, भाउ प्रभुदास के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया गया। समापन सामूहिक राष्ट्रगान से किया गया। स्वागत भाषण तुलसी सोनी ने दिया तथा अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी ने आभार जताया। मंच संचालन महेश टेकचन्दाणी व रूकमणी वतवाणी ने किया।
छात्रा रिया तथा मान्या ने ’सरस्वती वंदना,’ नताशा, मान्या तथा वैष्णवी ने ’सिन्धी अबाणाी बोली’ राधिका निहालचन्दाणी ने नृत्य तथा टीना आसवाणी ने कविता प्रस्तुति दी। कर्यक्रम में कौशल्या सावलाणी, सीमा रामचन्दाणी, शीला विधाणी, हेमलता पीलकन्या के साथ सिन्धु सभा के सांस्कृतिक मंत्री घनश्याम भगत, संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी, जयकिशन हिरवाणी, किशन केवलाणी सहित कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।