गांधीनगर। गुजरात की कुल आठ में छह महानगरपालिकाओं अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, जामनगर और भावनगर के 21 फरवरी को हुए चुनाव की मतगणना के दौरान आज एक बार फिर सत्तारूढ़ भाजपा ने इन सभी पर बड़ी जीत हासिल कर ली है।
2015 के पिछले चुनाव की तुलना में इस बार कुल मिला कर 120 से अधिक सीटें गंवाने वाली कांग्रेस को करारी हार का सामना कारण पड़ा है, जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इन चुनावों में अपनी जीत का खाता खोल लिया है।
आप ने सूरत में 27 सीटें जीत कर सबको हैरत में डाल दिया है। 30 वार्ड और 120 सीटों वाली सूरत मनपा में कांग्रेस का तो खाता ही नहीं खुल पाया है। वहां भाजपा ने 93 सीटें जीती हैं। सूरत भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सह लोकसभा सांसद सीआर पाटिल का गृहनगर है। वहां पिछले चुनाव में भाजपा ने 76 जबकि कांग्रेस ने 36 सीटें जीती थीं।
इससे पहले भी इन सभी छह मनपा पर भाजपा का ही क़ब्ज़ा था। भाजपा को इस बार पिछली बार की तुलना में 100 से अधिक सीटों का फ़ायदा हुआ है। दो अन्य मनपा गांधीनगर और जूनागढ़ में चुनाव नहीं हुए हैं।
सुश्री मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने जामनगर में तीन सीटों पर जीत हासिल की है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादउल मुसलमिन (एआइएमआइएम) ने भी अहमदाबाद में दो मुस्लिम बहुल वार्ड और सात सीटों पर जीत हासिल की है।
राज्य की सबसे बड़ी मनपा अहमदाबाद में कुल 48 वार्ड और प्रत्येक में चार सीटों समेत कुल 198 सीटें हैं। अब तक भाजपा इनमे से 165 पर जीत चुकी है। मुख्य प्रतिद्वंदी कांग्रेस 16 पर तथा अन्य 9 पर जीत चुके है। पिछले चुनाव में भाजपा ने 142 जबकि कांग्रेस ने 49 सीटें जीती थीं।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के गृह नगर राजकोट के 18 वार्ड की 72 सीटों में से भाजपा ने 88 और कांग्रेस ने मात्र 4 पर जीत हासिल की है। पिछले चुनाव में भाजपा ने 38 जबकि कांग्रेस ने 34 सीटें जीती थीं।
वडोदरा में 19 वार्ड और 76 सीटों में से भाजपा ने 69 और कांग्रेस ने मात्र सात (पिछले चुनाव में भाजपा ने 57 जबकि कांग्रेस ने 14 सीटें जीती थीं), जामनगर में 16 वार्ड और 64 सीटों में से भाजपा ने 51, कांग्रेस ने 10 और अन्य ने तीन (पिछले चुनाव में भाजपा ने 38 जबकि कांग्रेस ने 24 सीटें जीती थीं) पर जबकि भावनगर में 13 वार्ड की 52 सीटों में से 44 पर भाजपा और आठ पर कांग्रेस ने जीत (पिछले चुनाव में भाजपा ने 34 जबकि कांग्रेस ने 18 सीटें जीती थीं) हासिल की है।
चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया जताते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि इनसे किसान आंदोलन और ऐसी अन्य बातों को लेकर भ्रांति फैलाने वालों को राज्य की जनता ने नकार दिया है और एक बार साबित हो गया है कि गुजरात भाजपा का गढ़ है। उन्होंने कांग्रेस के इन छह सीटों पर मात्र 44 सीटें जीतने पर इसके नेतृत्व को आत्मचिंतन की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि लगभग 85 प्रतिशत सीटों पर भाजपा की जीत प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा सरकारों के काम और सिद्धांतों की विजय है। जीत के बाद भाजपा ने अहमदाबाद में आज शाम एक कार्यक्रम और सभा आयोजित की जिसमें मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री समेत कई वरिष्ठ पार्टी नेता उपस्थित थे।
उधर, सूरत में अप्रत्याशित परिणाम से उत्साहित केजरीवाल ने भी इनका स्वागत किया है। उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया को बधाई दी है। केजरीवाल के सूरत में रोड शो करने का भी कार्यक्रम है।
ज्ञातव्य है कि 21 फरवरी को हुए चुनाव में कुल लगभग 1.14 करोड़ में से 45.64 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था। हुआ था। शाह ने भी सपरिवार अहमदाबाद के नारणपुरा में वोटिंग की थी।
कुल मिलकर 2276 उम्मीदवार मैदान में थे जिनमे से 577 भाजपा के, 566 मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस, 91 राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, 470 आम आदमी पार्टी, 353 अन्य दलों के तथा 228 निर्दलीय थे। राज्य की सबसे बड़ी महानगरपालिका अहमदाबाद महानगरपालिका की एक सीट पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुका था। राज्य की कई नगरपालिकाओं, ज़िला पंचायतों और तालुक़ा पंचायतों में 28 फरवरी को मतदान होगा और उसकी मतगणना दो मार्च को होगी।