नई दिल्ली। पांच साल के बाद देश में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी से सरकार को 77814.80 करोड़ों रुपए मिले हैं।
दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने स्पेक्ट्रम नीलामी की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद आज यहां संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुए बताया कि रिलायंस जियो ने सबसे अधिक 488.35 मेगा हर्ट्ज के लिए 57122.65 करोड़ रुपए की बोली लगाई है।
इसके बाद भारती एयरटेल ने 355.45 मेगा हर्ट्ज के लिए 18698.75 करोड़ रुपए की बोली लगाई है। वोडाफोन आइडिया लिमिटेड ने सबसे कम 11.80 मेगा हर्ट्ज के लिए 1993.40 करोड रुपए की बोली लगाई है।
उन्होंने कहा कि नीलामी के लिए 700 मेगाहर्टज, 800 मेगाहर्टज, 900, 1800, 2100 ,2300 और 2500 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रखा गया है लेकिन कंपनियों ने 700 और 2500 बैंड में बोली नहीं लगाई है।
आरक्षित मूल्य पर स्पेक्ट्रम नीलामी से करीब चार लाख करोड़ रुपए मिलने का अनुमान है लेकिन इसमें सबसे अधिक राशि 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में मिलना था जिसमें कंपनियों ने अब तक बोली नहीं लगाई है।
नीलामी की प्रक्रिया के कल शुरू हुई थी और आज दोपहर में ही पूरी हो गई। नीलामी के लिए सभी बैंड मिला करके 2308 मेगाहर्ट्ज से अधिक स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए पेश किए गए थे।