नंदीग्राम। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी बुधवार को चुनाव प्रचार के दौरान बांए पैर में चोट लगने से घायल हो गईं।
बनर्जी ने हालांकि आरोप लगाया कि उन्हें कुछ लोगों ने धक्का दिया जिसकी वजह से वह घायल हुई हैं। उन्होंने दावा किया कि चार लोगों ने उनके साथ धक्का मुक्की की और जब वह मंदिर में पूजा करने के बाद लौट रही थीं तो उन पर हमला किया गया। उन्होंने सीने में दर्द होने की शिकायत भी की।
इस हादसे के बाद टीएमसी प्रमुख को पहले बेले वुई अस्पताल लाया गया। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए कोलकाता ले जाया रहा है। बनर्जी ने कहा कि मैं अपनी कार के बाहर खड़ी हुई थी जिसका दरवाजा खुला हुआ था। मैं प्रार्थना करने के लिए एक मंदिर जा रही थी। कुछ लोग मेरी कार के पास आए और उन्होंने दरवाजे को धकेला। कार का दरवाजा मेरे पैर पर लगा।
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। बनर्जी के पास जेड प्लस सुरक्षा है। पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पी नीरजनयन ने इस मामले में पूर्वी मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट तलब की है।
तृणमूल के सांसद सुखेन्दु शेखर राय इस हादसे के समय मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे। उन्होंने एक वक्तव्य जारी कर कहा कि नंदीग्राम के लोगों से मिल रहे भारी समर्थन के बाद बनर्जी ने हल्दिया में नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद नंदीग्राम ब्लॉक दो के कई क्षेत्रों का दौरा किया। एक के बाद एक उन्होंने कई मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की।
बिरूलिया आंचल के एक मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद जब वह वहां से रवाना होने वाली थीं तभी कुछ अज्ञात लोगों ने उन्हें धक्का दिया और कार का दरवाजा बंद कर दिया। इसके कारण बनर्जी के बांए पैर में चोट आई है और उन्हें कमर में तेज दर्द हो रहा है।
इसी बीच, भारतीय जनता पार्टी के नेता अर्जुन सिंह ने कहा कि बनर्जी सहानुभूति प्राप्त करने की कोशिश कर रही हैं। यदि किसी प्रकार का कोई हमला हुआ है तो यह मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री की कार्यप्रणाली की विफलता है।