जयपुर। राजस्थान सरकार के फोन टैपिंग की बात स्वीकारने पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। शेखावत ने सोमवार को कहा कि गहलोत जी, फोन टेप मामले पर तब संत बने हुए थे, आज उन्हें जवाब देना होगा। मैं उनसे सवाल कर रहा हूं,क्योंकि उन्होंने अपनी पार्टी की अंदरुनी लड़ाई को प्रशासनिक बना दिया। जनहित के लिए नियुक्त प्रशासनिक अधिकारियों को कांग्रेसी हित में लगा देना, लोकतंत्र की हत्या है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गहलोत जी के दामन में अनगिनत दाग हैं, पर ये दाग इतना गहरा है कि इससे न केवल सरकार का, बल्कि प्रशासन का भी चेहरा स्याह दिख रहा है। कांग्रेस की बेचारगी पर मुझे खेद होता है। शेखावत ने कहा कि अपनी पार्टी के ही युवा नेता समेत विधायकों तक को फोन टैपिंग के जाल में फंसाया, लेकिन अपमान की ऐसी पराकाष्ठा कांग्रेस की परम्परा रही है। राजस्थानवासी उस सरकार पर कैसे विश्वास करें, जिसे अपने विधायकों पर ही विश्वास नहीं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विदेशी संस्था की प्रतिक्रिया पर भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाने वाले राहुल गांधी, भाजपा, मोदी जी और आरएसएस को गाली देते नहीं थकते, लेकिन कांग्रेस की अलोकतांत्रिक और भ्रष्ट नीतियों पर मौन व्रत धारी बन जाते हैं। नींद से उठो राहुल जी, कांग्रेस की भी कुछ चिंता करो।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले साल जुलाई में यही कहा था – ‘राजस्थान में आपातकाल चल रहा है’। गहलोत सरकार ने उस समय इनकार किया था और अब स्वीकार कर रही है कि फोन टेप किए गए। यह निजता का हनन है, लोकतंत्र की हत्या है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जनता की ओर से भी एक प्रश्न है – कांग्रेस पार्टी की अंदरुनी बगावत रोकने के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल कर फोन टैपिंग क्यों की गई? कांग्रेस सरकार ने प्रशासन का उपयोग अपने हित में क्यों किया? ये अवैध प्रक्रिया है। लोकतंत्र की हत्या है।