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दाद का पक्का इलाज | Ayurvedic Treatment for Daad | पतंजलि दाद की दवा - Sabguru News
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दाद का पक्का इलाज | Ayurvedic Treatment for Daad | पतंजलि दाद की दवा

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दाद का पक्का इलाज | Ayurvedic Treatment for Daad | पतंजलि दाद की दवा
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Daad ka Solution : आपने यदि ये हेल्थ अपडेट खोली है तो जरूर आप या आपका कोई करीबी दाद से बहुत ज्यादा परेशान है। और चिंता मत कीजिये आज यह पढ़ने के बाद दाद आपसे हमेशा दुरी बनाकर रखेगा क्योंकि आज आपको मिलने वाला है दाद का रामबाण इलाज। तो बिना देर किये शुरू करते हैं।

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दाद क्यों और कैसे होता है ?

आप यह जानना जरूर चाहेंगे की दाद आखिर होता कैसे है। आपको बता दें की दाद आमतौर पर गंदगी से फैलता है या आपके शरीर में किसी प्रकार की एलर्जी हो जाये तब भी यह फैलता है और इसकी शरुवात पसीने के आने से होती है। और पसीने का एक जगह रुकना गंदगी पैदा करता है और आप यदि ध्यान नहीं देते तो यह बहुत विकराल रूप लेता है। दाद होने एक मुख्य कारण वैसे तो दाद गंदगी से फैलता है लेकिन इसके कुछ और कारण भी है जैसे : साफ सफाई न रखना , लम्बी ड्राइव करना और पसीने का एक जगह जमा हो जाना। इसके अलावा यदि किसी को पहले से ही दाद हो रखा है तो आपको जरुर उससे दाद हो सकता है।

दाद कितने प्रकार का होता है – Types of Fungal Infection Skin

दाद को इंग्लिश में फंगल इन्फेक्शन कहते है और आपको बता दें की दाद आमतौर पर दो प्रकार के होते है और दोनों ही अपनी जगह खतरनाक होते है तो बात करते है दाद के प्रकार की।

सूखा दाद

यह दाद बिलकुल सूखा होता है लेकिन जयदा खुजलाने पर इसकी बॉर्डर पर लाल रंग ज्यादा गहरा हो जाता है और यह तेजी से फैलता है।

गीला दाद

जैसा की अपने सूखे दाद के बारे में पढ़ा वैसा ही गीला दाद भी होता है बस फर्क इतना होता है की इनमे गीलापन होता है और कभी कभी जयदा खुजलाने पर यह लाल गहरा तो हो ही जाता है साथ में इसमें पस भी बनने लगता है इसकी देखभाल बहुत जरुरी होती है।

दाद के लक्षण

1. खुजली होना।
2. लाल निशान पड़ना
3. गोलाई में लाल बॉर्डर जैसा बन जाना
4. रात के समय ज्यादा खुजली होना।
5. खुजली करते समय सुख प्राप्ति होना

दाद होने पर क्या करें और क्या ना करें

1. खुजली करने का आपका बड़ा मन करेगा लेकिन आप खुजली बचें तो आप दाद के बढ़ने से बचे रहेंगे।
2. नहाते समय किसी भी प्रकार के साबुन या शेम्पू का इस्तमाल नहीं करे वरना दाद के साथ दाद का पूरा परिवार जन्म ले लेगा।
3. जितना हो सके गर्मी से दूर रहे ताकि दाद वाली जगह पर पसीना न बने।
4. साफ़ सफाई का पूरा ध्यान रखें।
5. अपने कपडे और तोलिये का इस्तेंमाल किसी और को न करने दें और खुद भी किसी के कपड़ो का इस्तमाल न करें।
6. यदि आपके दाद गुप्तांग या उसके आस पास हुआ है तो अंदर के कपड़े पहनने से बचे ताकि वहां पसीना ना बने।
7. यदि दाद ज्यादा फ़ैल गया है तो तेल से बनी चीज़े खाने से बचें।
8. एक जगह ज्यादा देर बैठकर काम ना करें इससे आपके पसीना जल्दी बनेगा।

दाद का रामबाण इलाज

यदि आपके काफी लम्बे समय इ दाद है और यह खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा तो अब समय आ गया है दाद पर राम बांड चलाने का जिससे रावण नहीं बच पाया तो दाद कैसे बचेगा।

दाद के लिए सबसे बेहतर इलाज कौनसा होगा

नीचे दिए गए सभी उपाय ध्यान से पढ़े और यदि आप पहले से इनमे से कोई उपाए आजमा चुके है तो उन उपाए को जरूर इस्तमाल करें जो अपने अभी तक नहीं आजमाया।

दही और हल्दी से दाद का इलाज

घर का बना हुआ दही (खट्टा दही 6 टेबल स्पून) लें जो की खट्टा हो और उसमे पीसी हुई हल्दी (1 चम्मच टेबल स्पून) अच्छे से मिला लें और इसके बाद दाद वाली जगह पर लगा कर हवा लगने ले लिए छोड़ दें और 30 से 40 मिनट बाद ठन्डे पानी से धो लें। ऐसा आपको 1 हफ्ते तक दिन में 2 – 3 बार करना है । यदि आपके इसका असर होता है तो भी आपको दाद ठीक होने के अगले दो से तीन दिन तक करना क्योंकि दाद के अंश खत्म होने के बाद भी थोड़े बहु रह जाते हैं।

नोट : हल्दी बाजार की ना हो आप साबुत हल्दी लाकर फिर पीसकर ही उसे इस्तमाल करें।

कपूर और नीम से दाद का इलाज

अब जो इलाज आपको बताया जा रहा है वो सभी इलाज़ो से उपर है इसे लगाते ही आपको तीन से चार दिन में आराम मिलना शुरू हो जायेगा।

आपको एक कटोरी लेनी है और उसमे अच्छी क्वालिटी का कपूर डाल कर पीसना है जब तक वह बिलकुल पॉवडर का रूप न ले-ले और उसके बाद उसमे आपको नीम का तैल मिलाना है और इतना ही मिलाना है जितने में आपका कपूर पूरा डूब जाये उसके बाद आपको उसमे डेटॉल मिलाना है बिल्कुल नीम के तेल का आधा हिस्सा ध्यान रहे की डेटॉल ज्यादा न मिल जाये वरना आपकी त्वचा जल सकती है। और इसे अच्छे से मिलाना है और उसके बाद तैयार पेस्ट को दाद वाले स्थान पर लगाना है आपको इससे खुजली से राहत मिलेगी और दाद के कीटाणु ख़त्म होना सुरु हो जायँगे।

कपूर कौन सा इस्तेमाल करें

पूजा में काम आने वाल कोई भी अच्छी क्वालिटी का कपूर।

नीम का तैल कौनसा और कहाँ से मिलेगा

नीम का तैल आपको किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर पर मिल जायेगा और आप किसी भी अच्छी कंपनी का तेल इस्तमाल हैं।

पतंजलि दाद की दवा – Patanjali Daad Khujli ki Dawa

दाद के लिए पतंजलि की दवा एक अच्छा उपाय है लेकिन जब पतंजलि की दवा नहीं थी तब भी दाद के आयर्वेदिक इलाज मौजूद थे। बाकी आप किसी भी पतंजलि स्टोर पर जाकर दाद की दवा प्राप्त कर सकते हैं।

दाद की अंग्रेजी दवा का नाम

दाद की अंग्रेजी दवा के लिए यदि आप सही दवा चाहते है तो किसी चर्म रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें क्योकि सभी की स्किन अलग अलग होती है यदि इंटरनेट पर दी गई किसी अंग्रेजी दवाई का उपयोग करेंगे तो इसका नुकसान भी हो सकता है।

दाद की होम्योपैथिक दवा

दाद के लिए होम्योपैथिक दवा एक बहुत ही अच्छा उपाय है लेकिन होम्योपैथिक दवा किसी होम्योपैथिक विशेषज्ञ की सलाह से ली जाए तो ही बेहतर होगा वर्ण समय निकलता जायगा और आपका दाद ठीक होने की बजाये बढ़ता जाएगा।

दाद को जड़ से खत्म करने की दवा

दाद को ख़त्म करने के लिए इस लेख में सबसे बेहतर उपाए दिये गये हैं यदि इसका सही तरीके से पालन किया जाए तो आपके दाद को ठीक होना ही पडेगा।

दाद के लिए नारियल तेल

यदि दाद ज्यादा बढ़ा नहीं है तो नारियाल के तेल से दाद ठीक हो सकता है और इसे और बेहतर बनाने के लिए आप नारियाल के तेल में कपूर भी मिला सकते हैं।

फिटकरी से दाद का इलाज

दाद का फिटकरी से एक बेहतर इलाज मन जा सकता है लेकिन आपको यह ज्ञान होना चाहिए की फिटकरी कितनी मात्रा में मिलनी है और इसका सबसे अच्छा उदाहरण है फिटकरी को पानी में मिलाना , अक्सर दूषित पानी को साफ़ करने के लिए फिटकरी को उसमे मिलाया जाता है लेकिन यदि फिटकरी की मात्रा अधिक हो जाये तो यह पानी हानिकारक भी ह जाता है। तो दाद के फिटकरी द्वारा इलाज के लिए फिटकरी का पॉवडर बनाकर चुटकी भर एक चम्मच नींबू के रस में मिलाने से इसका सही मिश्रण तैयार होता है।

खट्टे टमाटर से दाद का इलाज

यदि आपको बाजार से खट्टा टमाटर मिल जाता है तो आप मान लीजिये की दाद से आराम मिलने वाला है इसके लिए आपको दाद वाली जगह पर खट्टा टमाटर लगाना है इसकी खटाई खून को साफ करती है। नींबू में इसी तरह के गुण होते हैं। रक्तशोधन (खून साफ करना) के लिए टमाटर को अकेले ही खाना चाहिए। रक्तदोष (खून की खराबी) से त्वचा पर जब लाल चकत्ते उठे हों, मुंह की हडि्डयां सूज गई हो, दांतों से खून निकल रहा हो, दाद या बेरी-बेरी रोग हो तो टमाटर का रस दिन में 3-4 बार पीने से लाभ होता है। कुछ सप्ताह तक रोजाना टमाटर का रस पीने से चर्मरोग (त्वचा के रोग) ठीक हो जाते हैं। ऐसा आपको दिन में 3 से 4 बार करना है और इसके बाद 10 दिन के अंदर दाद चला जायेगा।

दाद के आयर्वेदिक इलाज के अन्य तरीके के लिए यहाँ क्लिक करें।