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Minister incharge and Sirohi Mla dedicate singal window system in mount abu - Sabguru News
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सिर्फ निर्माण सामग्री के टोकन का उद्घाटन करने क्यों पहुंचे प्रभारी मंत्री और लोढ़ा!

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सिर्फ निर्माण सामग्री के टोकन का उद्घाटन करने क्यों पहुंचे प्रभारी मंत्री और लोढ़ा!
माउंट आबू नगर पालिका में निर्माण सामग्री के लिए एकल खिडकी का उदघाटन करते प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया और सिरोही विधायक संयमलोढा।
माउंट आबू नगर पालिका में निर्माण सामग्री के लिए एकल खिडकी का उदघाटन करते प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया और सिरोही विधायक संयमलोढा।
माउंट आबू नगर पालिका में निर्माण सामग्री के लिए एकल खिडकी का उदघाटन करते प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया और सिरोही विधायक संयमलोढा।

सबगुरु न्यूज- माउंट आबू। माउंट आबू के बाहर के लोगों को ये सूचना थोड़ी अटपटी लग सकती है कि राज्य का एक मंत्री और जिले का एक विधायक सिर्फ निर्माण सामग्री के टोकन व्यवस्था की एकल खिड़की के उद्घाटन के लिए क्यों पहुंचे।

इस खिड़की की वजह समझनी है तो उस दर्द को समझना होगा जो माउंट आबू के लोग 35 साल से झेल रहा हैं। यहां टूटी छत की झिर्रियों से आती धूप, रिसते पानी और टपकती ओस से मिलने वाले दर्द को जानना होगा। सिर्फ एक बोरी सीमेंट और बजरी मिल जाने पर कानूनी कार्रवाई का शिकार होने के अपमान को जानना होगा।

पर्यावरण संरक्षण के लिए न्यायिक बाधाओं के कारण ये पाबंदियां थी, जिनमे आंशिक राहत मिलने पर प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया और सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने इसका उदघाटन किया और टोकन वितरण किया।

इस मौके पर नगर पालिका में आयोजित नागरिक समारोह के मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कहा कि राजस्थान सरकार माउंट आबू वासियों के दर्द को समझती है। इसलिए उन्हें राहत देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर बने बिल्डिंग बायलॉज के तहत मरम्मत के लिए  निर्माण सामग्री मिलने में होने वाली समस्या के निवारण को ये व्यवस्था शुरू की है।

उन्होंने कहा कि प्रकृति ने माउंट आबू को जो खूबसूरती दी है उसे कृत्रिम रूप से पैदा करना असंभव है, इसलिए यहां के लोगों को यहाँ की खूबसूरती को बनाये रखने के लिए इसको सम्भालने की जिम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने कहा कि निर्माण सामग्री टोकन व्यवस्था तो सिर्फ एक शुरुआत भर है।

उन्होंने कहा कि वो और संयम लोढ़ा इसकी कोशिश करेंगे कि वो पूरा एक दिन यहां रुकें और यहां के लोगों की समस्या को सुने प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए इसको और सुंदर बनाएं।
कार्यक्रम अध्यक्ष सिरोही विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि जो पाबंदियां यहां के लोगों ने झेली है वो उनकी खुदकी पैदा की हुई है। यहां के लोगों के दर्द समझते हुए उन्होंने इस समस्या को विधानसभा में उठाया, मुख्यमंत्री, स्वयत्तशासन मंत्री और प्रभारी मंत्री से चर्चा की। परिणामस्वरूप राहत मिली है।

लोढ़ा ने आगाह किया कि लेकिन यदि इस खूबसूरत जगह को कॉन्क्रीट के जंगल में तब्दील करने की मानसिकता को हमने नहीं छोड़ा तो वो पाबंदियां हमें फिर से झेलनी पड़ सकती हैं। उन्होंने कहा कि ये तकलीफ कम नहीं है कि सिर्फ मकान नहीं बना पाने के कारण बच्चों को शादी से वंचित रह जाना पड़ता था।

नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ये हमारे लिए सोचने की बात है कि सरकार को नेताओं पर विश्वास नहीं है इसलिये निर्माण सामग्री वितरण के लिए बनी समिति में अधिकारी को रखना पड़ा। हमे ये विश्वास जगाना होगा कि हम माउंट आबू के पर्यावरण को बचाते हुए विकास करने में सक्षम हैं, तो ये कमेटी फिर से पुनर्गठित हो सकती है।

उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बाध्यता नहीं है कि मरम्मत का टोकन 15 दिन में ही जारी करें जरूरत के अनुसार एक दिन में भी जारी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे कोशिश करेंगे कि आबू के विकास को गति देने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली आबू विकास समिति की उप समिति भी बन जाये। जिससे मुख्य मंत्री के व्यस्त होने पर भी इसकी बैठकें बाधित होकर यहां का विकास ना रुके।
इससे पहले विधानसभा के पूर्व उप मुख्य सचेतक ने माउंट आबू की समस्याओं से प्रभारी मंत्री और संयमलोढा को अवगत करवाया। उन्होंने माउंट आबू की समस्या को विधानसभा में उठाने के लिए संयम लोढ़ा का मंच से आभार जताया। उन्होंने प्रभारी मंत्री और सिरोही विधायक लोढ़ा से अनुरोध किया कि माउंट आबू में नए निर्माण के नक्शे पास होने में अड़ंगा डालते हुए तीन शर्तें लादने का पत्र राज्य सरकार को भेजा गया था। उसमें से दो पूरी हो गई हैं, तीसरी शर्त की पूर्ति के लिए वो राज्य सरकार से अनुरोध करके इसे शीघ्र पारित करवा देवें तो माउंट आबू में जर्जर भवनों के पुनर्निर्माण के नक्शों की स्वीकृति भी हो सकेगी।
नेता प्रतिपक्ष सुनील आचार्य ने भी माउंट आबू की समस्या को विधानसभा में उठाने के लिए संयमलोढा का आभार जताया। उन्होंने कमेटी।में उपखंड अधिकारी को शामिल करने और उनका कार्यालय माउंट आबू से आबूरोड स्थानांतरित करने से टोकन जारी होने के लिए हस्ताक्षर में देरी होने की आशंका जताई।

उन्होंने कहा कि यहां काम करने के लिए स्थायी स्टाफ की कमी है। जिनके अभाव में यहाँ काम नहीं ही आया रहा। वे जनता को राहत के लिए इनकी नियुक्ति करवाएं तो लोगों को शीघ्र राहत दी जा सकेगी। इससे पहले पालिकाध्यक्ष जीतू राणा ने स्वागत भाषण दिया। माउंट आबू के सभी पार्षदों ने 51 किलो फूलों की माला अतिथियों को पहनाई।

मंच पर आबू-पिंडवाड़ा की पूर्व विधायक गंगाबेन गरासिया, आबूरोड यूआईटी के पूर्व चेयरमैन हरीश चौधरी मौजूद थे। प्रभारी मंत्री  और सिरोही विधायक मंगलवार सुबह 10 बजे नक्की झील के पास फ्री वायफाय जोन व नक्की के किनारे रोज गार्डन का उदघाटन व लोकार्पण करेंगे।