नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योग को देश में लोकप्रिय बनाने और इसे एक खेल का दर्जा देने के उद्देश्य के साथ राष्ट्रीय योगासन खेल महासंघ ने देश में पहली ऑनलाइन योगासन चैंपियनशिप का 30 राज्यों में सफलतापूर्वक आयोजन किया।
राष्ट्रीय ऑनलाइन योगासन चैंपियनशिप का शनिवार को वर्चुअल समापन समारोह के साथ समापन हो गया। समापन समारोह में भारतीय खेल मंत्रालय के तहत भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान और राष्ट्रीय योगासन खेल महासंघ (एनवाईएसएफ) के अध्यक्ष डॉ. ईश्वर बास्वा रेड्डी तथा महासचिव डॉ. जयदीप आर्य उपस्थित रहे।
केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा था कि योगासन को एक प्रतिस्पर्धात्मक खेल बनाने के लिए सरकार ने सभी तथ्यों पर विचार किया और एनवाईएसएफ को एक राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में अपनी मान्यता दे दी।
रिजिजू ने साथ ही कहा, पुरुष और महिला वर्गाें में योगासन को एक खेल के रूप में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 में शामिल किया गया है। सरकार से मिली मान्यता के कारण एनवाईएसएफ सभी वर्गाें सीनियर, जूनियर और सब जूनियर में राष्ट्रीय चैंपियनशिप आयोजित करने के लिए वित्तीय सहायता पाने की हकदार है। योगासन को बढ़ावा देने और उसका विकास करने के लिए जिम्मेदार एनवाईएसएफ का उत्तरदायित्व है कि वह वार्षिक चैंपियनशिप आयोजित करे और इसमें भारतीय खिलाड़ियों की भागीदारी सुनिश्चित करे।
महाराष्ट्र ने प्रतियोगिता में अपना दबदबा बनाते हुए तीन स्वर्ण और तीन रजत पदक हासिल किए, जबकि तमिलनाडु, कर्नाटक और गुजरात को एक-एक स्वर्ण पदक मिला। सब जूनियर लड़कों में महाराष्ट्र के प्रीत निलेश बोरकर और सब जूनियर लड़कियों में तमिलनाडु की नव्या सत्या हरीश ने स्वर्ण हासिल किया, जबकि जूनियर लड़कों में महाराष्ट्र के नितिन तानाजी पवाले और जूनियर लड़कियों में महाराष्ट्र की म्रुनाली मोहन बनैत तथा सीनियर लड़कों में कर्नाटक के मोहम्मद फिराेज शेख और सीनियर लड़कियों में गुजरात की पूजाबेन घनश्यामभाई पटेल ने स्वर्ण पदक जीते।