चेन्नई। आयकर अधिकारियों ने शुक्रवार को द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एम. के. स्टालिन की पुत्री और दामाद के आवास पर छापे मारे।
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि 25 से अधिक अधिकारी तमिलनाडु में सेंथामरै नीलांगराई आवास पर, कार्यालय तथा रियल स्टेट फर्म पर छापे मार रहे हैं।
छापे के दौरान केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवान भी तैनात किये गये हैं। आयकर अधिकारियों ने स्टालिन के दामाद सबरीसन से संबंधित लोगों को ठिकानों, द्रमुक की आई टी इकाई के सदस्य कार्तिक मोहन और जी-स्कवेयर बाला के ठिकानों पर भी छापे गये।
साथ ही आयकर विभाग ने अन्नानगर से द्रमुक के विधायक एम. के. मोहन के आवास पर भी छापे मारे। द्रमुक ने सेंथामरै के आवास पर छापे मारे जाने की कड़ी निंदा की है। द्रमुक ने कहा है कि यह छापे केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की ओर राजनीति से प्रेरित होेकर मारे जा रहे हैं।
स्टालिन ने इन छापों को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा, मुझे चेन्नई स्थित मेरी पुत्री के घर पर छापे मारे जाने की खबर मिली है।
अरियावलूर क्षेत्र में चुनाव प्रचार कर रहे स्टालिन ने कहा कि वह इन छापों से घबराने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा,
मोदी सरकार अन्नाद्रमुक सरकार को बचा रही हैं। मैं मोदी से कहना चाहता हूं कि यह द्रमुक है, यह मत भूलिये मैं कलैगनार का पुत्र हूँ।
उन्होंने कहा, मैं इससे डरने वाला नहीं हूँ। इस स्टालिन ने आपातकाल के दौरान मीसा को देखा है। वे सोचते हैं कि वे मुझे छापों से डरा सकते हैं, यह अन्नाद्रमुक के साथ हो सकता है लेकिन यह द्रमुक के साथ नहीं हो सकता।
द्रमुक महासचिव दुरईमुरुगन ने कहा कि जब राजनीतिक दल अपना चुनाव अभियान पूरा करने वाली हैं और मतदान के दिन की तैयारियाें में जुटी हैं तब आयकर विभाग सेंथामरै के आवास पर राजनीतिक बदले की भावना से छापे मारी करवा रही है। द्रमुक इन छापे से भयभीत नहीं होगी।
इससे पहले द्रमुक विधायक ई. वी. वेलू के तिरुवन्नामलाई के ठिकानों पर छह अप्रैल को छापे मारे गये थे। साथ ही उनके कॉलेज परिसर में छापे डाले गये थे। इन छापों के दौरान 3.5 करोड़ रुपये जब्त किये गये थे।