अजमेर। जतोई दरबार नगीना बाग में दुनिया की सबसे बडी 21 फुट की ईष्टदेव झूलेलाल की विशाल प्रतिमा का शनिवार को विधिविधान से लोकार्पण किया गया साथ ही धर्मध्वजा की पूजा अर्चना तथा संतों के आशीर्वाद से 7वें चेटीचण्ड पखवाडे का शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर महंत श्यामदास उदासीन, राष्ट्रीय महामंत्री, अखिल भारतीय सिन्धी संत समाज बालकधाम किशनगढ ने कहा कि जतोई दरबार साहिब परिसर में ईष्टदेव झूलेलाल की विशाल मूर्ति के दर्शन से सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण होगी। यह एक तीर्थ संगम बन गया है जहां पूर्व में भी सिन्ध से आए स्वामी दादूराम साहिब की गद्दी, सत्संग हाॅल, शिवजी की विशाल प्रतिमा, 12 ज्योर्तलिंग, माता वैष्णवदेवी की गुफा दर्शन व श्रीमहाकाल मंदिर पूर्व में स्थापित है। चेटीचण्ड के पावन पर्व देश दुनिया में कोराना वायरस के समापन के लिए भी विशेष प्रार्थना की गई।
संयोजक राजेश खटवाणी ने बताया कि इस इस अवसर पर स्वामी ईसरदास ईश्वरधाम संत कवंरराम काॅलोनी, स्वामी आत्मदास निर्मलधाम, दादा नारायणदास प्रेम प्रकाश आश्रम आदर्शनगर, सांई अर्जुनदास सांई रामदास दरबार अजयनगर अजमेर, भाई फतनदास जतोई दरबार, महेश तेजवाणी सांई बाबा मन्दिर, दादा मोतीलाल ठाकुर, प्रभू लौंगाणी झूलेलाल धाम ने आशीर्वचन दिए।
स्वामी दादूराम साहिब जतोई दरबार के सेवादार फतनदास ने बताया कि मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा, हवन व पूजा का आयोजन पण्डित कुलदीप शर्मा द्वारा किया गया। हवन यज्ञ में दरबार के सेवादारी चन्द्र-मोहिनी दतवाणी, संतोष अशोक असावा, मधू-लेखराज मूलाणी, रिया-कोमल जेसवाणी, नीतु-रितेश टहिल्याणी सम्मिलित हुए। मूर्ति के साथ ही ज्योति जगाने का अलग पवित्र स्थान, जल एवं ज्योति की पूजा का स्थान, रंगीन लाईट वाले फव्वारे व सामूहिक आरती का भी स्थान बनाया गया है।
सेवाधारियों का हुआ सम्मान –
समारोह में मूर्ति स्थापना व सेवा कार्यों के उत्कृष्ट सेवाओं के लिए अभिनंदन किया गया। मूर्ति निर्माता लक्षमीकांत भारद्वाज जयपुर, अशोक रंगनाणी, प्रदीप गोयल, हेमंत, कंवल प्रकाश किशनानी, नंदकिशोर सखराणी, मनीष प्रकाश, हरी चंदनाणी, घनश्याम भगत, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, समाजसेवी भवंरसिंह पलाडा, विधायक वासुदेव देवनानी का स्मृति चिन्ह सम्मान किया गया।
इस अवसर पर आश्रम में आयाजित समारोह में व्यवस्था समिति के हरशुल, राहुल, थावराणी, प्रेम केवलरामाणी, चन्द्र दतवाणी, राजेश खटवाणी, कमल मोतियाणी, नरेश केवलरामाणी, प्रभू बच्चाणी, माधव बच्चाणी, लेखराज मूलाणी, मोहन तुलस्यिाणी, कन्हैयालाल सोनी, तुलसी रामचंदाणी, महेश टेकचंदाणी, किशन केवलाणी, नरेद्र बसराणी, मनीष ग्वालाणी, कमलेश शर्मा सुनील बुटाणी ने सेवाएं दी। कार्यक्रम का संचालन महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया। स्वागत भाषण अध्यक्ष कंवलप्रकाश किशनानी व आभार हरी चंदनाणी ने दिया।
श्रृद्धालुओं को आनलाइन आशीर्वचन
हरिद्वार में चल रहे कुम्भ से महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदासउदासीन, तीर्थराज पुष्कर श्री शांतानंद उदासीन आश्रम के महंत हनुमानराम सहित संतों ने श्रृद्धालुओं को आनलाइन बधाई देकर शुभआशीष दी।
समारोह में गिरधर तेजवाणी, जगदीश अभिचंदाणी, राधाकिशन आहूजा, जीडी वृदाणी, प्रकाश जेठरा, दिशा किशनाणी, कुमार लालवाणी, गिरीश बच्चाणी, वासदेव मंघाणी, भगवान कलवाणी, नरेन शाहणी भगत तथा अजमेर शहर के अलावा जयपुर, किशनगढ, नसीराबाद, बिजयनगर, पुष्कर सहित विभिन्न शहरों के श्रृद्धालु उपस्थित थे।
रविवार का कार्यक्रम
संयोजक घनश्याम भगत ने बताया कि 4 अप्रेल को शाम 6 बजे से झूलेलाल जा पंझड़ा, संतन जो आशीर्वचन, आरती, झूलेलाल भवन, आशागंज में भारतीय सिन्धु सभा, अजमेर द्वारा आयोजित किया जाएगा।