अजमेर। हर साल की तरह इस वर्ष भी लोकपर्व एवं संस्कृति सागर की ओर से सौभाग्य एवं समृद्धि का महापर्व गणगौर हर्षोल्लास मनाया गया। कोरोना महामारी के चलते नृत्य एवं प्रतियोगिता आनलाईन रखी गईं। विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर नित पूजन करने वाली महिलाओं ने मेहन्दी लगाई, लोक नृत्य व गीतों की प्रस्तुति दी।
संस्था अध्यक्ष उमेश गर्ग ने अपने आनलाइन संबोधन में कहा कि गणगौर महिलाओं ही नहीं अपितु सम्पूर्ण मानवीय संवदेनाओं का प्रेम और एकता में बाधने का निष्ठा सूत्र है। गणगौर का पर्व दायित्व बोध एवं चेतना का संदेश देता है। यह पर्व उन चौराहों पर पहरा देता है जहां से जीवन के आदर्शों के भटकाव की संभावनाएं है।