नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सहयोगी जनता दल यूनाइटेड ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नीतिगत तथ्यों पर चल रही बैठक का सीधा प्रसारण कर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद के खिलाफ जो हरकत की है वो शर्मनाक है।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता सत्य प्रकाश मिश्रा ने शुक्रवार को यहाँ एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने प्रधानमंत्री के साथ नीतिगत तथ्यों पर चल रही बैठक का सीधा प्रसारण कर अपने पद और गोपनीयता की शपथ के खिलाफ हरक़त की है जो शर्मनाक है संविधान प्रदत्त दायित्वों के खिलाफ है।
प्रधानमंत्री देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ अलग-अलग मुद्दों पर बैठकें करते हैं उनमें राष्ट्रीय सुरक्षा और मानवीय हितों की बात सर्वोपरि रहती है। कई विषय अचानक भी किसी मुख्यमंत्री द्वारा उठाए जा सकते हैं। इसलिए ऐसी गंभीर बैठक को सीधा प्रसारित करना देश की सुरक्षा और मानवीय हितों के साथ समझौता करने जैसा है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने बैठक को सीधा प्रसारित कर बैठक की महत्ता और मानवीय हितों की सुरक्षा के साथ समझौता कर अपनी सस्ती लोकप्रियता को ज्यादा महत्व दिया है। उनकी दिल्ली की जनता के प्रति जवाबदेही में लगातार विफल होती नीतियों का ही नतीजा है कि आज कोरोना संक्रमण की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। समयबद्ध तरीके से किसी योजना के तहत केजरीवाल ने न तो कोई रणनीति अपनाई जिसके कारण मरीजों को अस्पताल तक नसीब नहीं हो पा रहा है।
वहीं जदयू दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष दयानंद राय ने कहा कि केजरीवाल अपनी सारी गलतियों को छिपाने के प्रयास में लगे हैं और यह जनता के प्रति ये गंभीर अपराध है। कोरोना काल में मिलकर संकट का सामना करने की नीति की बजाए वह बैठक को सार्वजनिक प्रसारित कर आखिर किस मकसद को साधना चाह रहे थे।
क्या इससे दिल्ली की जनता जो दवाई और भीषण अस्पताल संकट से जूझ रहे वह मिल सकेगा। दिल्ली की जनता की दिक्कतों के प्रति मुख्यमंत्री बेहद लापरवाह हैं उनको अपनी गलतियों की माफी नहीं सज़ा मिलनी चाहिए। संविधान प्रदत्त दायित्यों का जो निर्वहन न कर सके उसे बर्खास्त कर देना चाहिए।