नई दिल्ली। ब्रिटेन ने कोरोना के नए स्ट्रेन से जूझ रहे भारत को वेंटिलेटर और ऑक्सीजन काँसेंट्रेटर समेत कई जीवन रक्षक मेडिकल उपरकण रवाना किया है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने एक बयान में कहा कि इस खतरनाक वायरस से लोगों की जान की रक्षा करने के प्रयास के तहत वेंटिलेटर और ऑक्सीजन काँसेंट्रेटर समेत महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण ब्रिटेन से भारत के रवाना कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि हम कोरोना के खिलाफ लड़ाई के इस कठिन समय में एक मित्र और साझेदार के रूप में भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं कि वैश्विक लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन करने के लिए ब्रिटेन वह सब कुछ करे जो वह कर सकता है।
जॉनसन अगले सप्ताह भारत आने वाले थे, लेकिन उनकी यात्रा रद्द कर दी गई है। सूत्रों के अनुसार, पहला शिपमेंट का तड़के मंगलवार दिल्ली पहुंच सकता है। आने वाले सप्ताह के लिए और शिपमेंट निर्धारित है। कुल मिलाकर, नौ कंटेनर में 495 ऑक्सीजन काँसेंट्रेटर, 120 गैर-इनवेसिव वेंटिलेटर और 20 मैनुअल वेंटिलेटर शामिल समेत 600 जीवन रक्षक उपकरण शामिल हैं।
कोविड वैक्सीन के लिए कच्चा माल देगा अमरीका
अमरीका ने कोरोना से जंग में भारत को मदद का हाथ बढ़ाते हुए कहा है कि वह कोविड-19 वैक्सीन के लिए शीघ्र कच्चा माल और मेडिकल उपकरण मुहैया कराएगा। एक बयान में रविवार को कहा गया कि अमरीका ने कोविल्ड वैक्सीन के भारतीय निर्माण के लिए तत्काल आवश्यक कच्चे माल के स्रोतों की पहचान की है जो तुरंत भारत के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे।
भारत की मदद करने को जर्मनी तैयार
जर्मनी ने रविवार को कहा कि वह कोरोना से बुरी तरह प्रभावित भारत को मदद के लिए तैयार है और इसके एक ‘सहायता मिशन’ भेजने की तैयारी कर रहा है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने एक संदेश में कहा,”संकट की इस घड़ी में जर्मनी भारत से साथ खड़ा है और कोरोना महामारी से जंग में मदद के लिए एक ‘सहायता मिशन’ भेजने की तैयारी कर रहा है।
मर्केल के इस संदेश को भारत में जमर्नी के राजदूत वॉल्टर जे लिंडनेर ने ट्विटर पर साझा किया। चांसलर ने कहा कि हमारे समुदायों के लिए एक बार फिर कोविड-19 ने जो परेशानी उत्पन्न की है, उसमें मैं भारत के लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करना चाहती हूं। जर्मनी पूरी एकजुटता से भारत के साथ खड़ा है।
इस बीच, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी भारत के साथ एकजुटता प्रदर्शित की। भारत में अमेरिका के बाद कोरोना के सर्वाधिक करीब एक करोड़ 70 लाख मामले हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान रिकॉर्ड 349691 मामले सामने आए और 2767 लोगों की मौत हो गई। अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड का भारी संकट है। पिछले दिनों ऑक्सीजन की कमी के कारण राष्ट्रीय राजधानी के दो अस्पतालों में कई मरीजों की मौत हो गई।