अजमेर। राजस्थान में अजमेर में स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह का प्रबंधन संभालने वाली दरगाह कमेटी के वर्तमान सदस्य मुंबई निवासी मिस्बाहुल इस्लाम का आज निधन हो गया।
वह 63 वर्ष के थे और काफी लंबे समय से बीमार थे। उनका मुंबई के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। अजमेर स्थित दरगाह कमेटी सूत्रों के अनुसार इस्लाम की नमाजे, जनाजे मगरीब की नमाज के बाद धारावी के कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ट्विटर पर मिस्बाहुल इस्लाम के निधन पर शोक व्यक्त किया है। दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने उनके निधन को दरगाह कमेटी के लिए कभी न भरे जाने वाला नुकसान बताया। नाजिम अशफाक हुसैन ने भी उनके निधन को पूरी दरगाह कमेटी के लिए सदमा बताते हुए शोक व्यक्त किया।
दिवंगत मिस्बाहुल इस्लाम द्वारा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम नई दिल्ली के सीएसआर से अजमेर स्थित ख्वाजा मॉडल स्कूल की कंप्यूटर लैब और होम साइंस लैब विकसित कराने में अहम भूमिका रही और वर्तमान में उनके प्रयासों से ही डिजिटल कलाम लाइब्रेरी का निर्माण कार्य प्रगति पर है।