भुवनेश्वर। प्रख्यात शिल्पकार एवं भारतीय जनता पार्टी से राज्यसभा सदस्य डॉ. रघुनाथ महापात्रा को कोरोना संक्रमण से उपचार के दौरान यहां एम्स में रविवार अपराह्न निधन हो गया। वह 78 वर्ष के थे।
डॉ. महापात्र को 1975 में पद्मश्री से सम्मानित से सम्मानित किया गया था। उसके बाद वर्ष 2001 में पद्मभूषण और 2013 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। उन्हें कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सात मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महापात्रा के बेटे से बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी। महापात्रा का जन्म 23 मार्च,1943 को पुरी में हुआ था और वह 2018 से राज्यसभा के सदस्य थे।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने महापात्रा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रख्यात मूर्तिकार और सांसद रघुनाथ महापात्र के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा धक्का लगा है। उन्होंने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माहापात्र के निधन से देश के कला जगत को बड़ी क्षति पहुंची है और उन्होंने घोषणा की कि महापात्र का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री धमेन्द्र प्रधान और भुवनेश्वर से भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने महापात्र के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक व्यक्तिगत क्षति है।