नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से हो रहे नुकसान पर अफसोस जारी करते हुए शुक्रवार को कहा कि भारत इसके खिलाफ हिम्मत नहीं हारेगा तथा लड़ेगा और जीतेगा।
मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की किसानों को आठवीं किश्त जारी करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि एक सौ साल बाद भीषण महामारी आई है जो हमारी परीक्षा ले रही है। यह अदृश्य दुश्मन और बहूरूपिया भी है। बहुत से लोगों ने अपने करीबियों को खोया है। पिछले कुछ समय से लोग कष्ट सह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी और वैज्ञानिक कोविड चुनौती का मुकाबला कर रहे हैं। संसाधनों के गतिरोध को दूर किया जा रहा है। सेना के सभी अंग पूरी शक्ति से जुटे हैं तथा कोविड अस्पताल और ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिया दूर दराज के क्षेत्रों से ऑक्सीजन रेल चलाई जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण गावों में तेजी से फैल रहा है और राज्य सरकारें इससे निपटने का प्रयास कर रही हैं। इसकी रोकथाम में पंचायती राज व्यवस्था का सहयोग जरुरी है।
मोदी ने कहा कि दवाओ की आपूर्ति बढ़ने के प्रयास किए जा रहे हैं और जरुरी दवाओं का उत्पादन कई गुना बढ़ा गया है। इसके साथ ही बाहर से दवाएं लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस समय दवाओ की जमाखोरी और कालाबाजारी में जुटे है जो मानवता के खिलाफ है। राज्यों को एसे लोगों के विरुद्ध कठोर करवाई करनी चाहिए।
उन्होंने किसानों को दी जा रही सुविधाओं की चर्चा करते हुए कहा कि छोटे और सीमांत किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण दिया जा रहा है। पिछले डेढ़ साल के दौरान अभियान चलाकर दो करोड़ किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। इससे किसानों को दो लाख करोड़ रुपए से अधिक का ऋण दिया गया है। इससे पशुपालकों, डेयरी किसानों तथा मातास्यपालको को भी फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि किसानों के ऋण भुगतान की नवीकरण की तारीख को 30 जून तक बढ़ा दी गई है।
मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद फसलों और बागवानी क्षेत्र में रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है। इसके साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की रिकॉर्ड खरीद भी हो रही है। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक गेंहू की खरीद की गई है और इसके लिए किसानों को 58000 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसानों के बैंक खातों में पहली बार सीधे फसलों के मूल्य जमा किए जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के किसानों को भी पहली बार यह राशि मिलेगी।
आज साढ़े नौ करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 20000 करोड़ रुपए से अधिक कि राशि हस्तांतरित ले गई। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र किसानों को सालाना 6000 रुपए की आर्थिक सहायता की जाती है। इसके तहत हर चार माह के बाद किसानों ने खाते में 2000 रुपए की राशि हस्तांतरित की जाती है। इस अवसर पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि पहले उत्पादन केंद्रित थी जो अब आय केंद्रित हो गई है।