अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने यूनाइटेड किंगडम (यूके) में दक्षिण लंदन के एक स्कूल में पांच वर्षीय सिख छात्र के जबरन बाल काटने का सख्त नोटिस लिया है।
एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने दक्षिण लंदन के एक स्कूल में सिख छात्र के जबरन बाल काटने की कड़ी निंदा करते हुए सोमवार को कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ब्रिटेन के एक स्कूल में सिखों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली घटना हुई है।
उन्होंने कहा कि यह सिखों के धार्मिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है, जिसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इससे पहले भी विदेशों से सिखों के खिलाफ नफरत की घटनाएं सामने आ रही थीं।
उन्होंने कहा कि ‘केस’ (बाल) सिखों की पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और 30 मार्च, 1699 को खालसा (आरंभिक सिख) के गठन के समय, दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा, बाल पांच काकार (सिख धर्म के लेख) में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त थी।
सिख पूरी दुनिया में रहते हैं और आज के समय में किसी भी देश में सिख पहचान को गलत नहीं समझा जाना चाहिए लेकिन फिर भी सिखों को नफरत की नजर से देखा जा रहा है।
एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने कहा कि ताजा घटना में ब्रिटेन के एक स्कूल के अंदर 5 साल की सिख छात्र के जबरन बाल कटवाकर गंभीर अपराध किया गया है, जिसने भी ऐसा किया है, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
बीबी जागीर कौर ने ब्रिटेन में सिख संगठनों से मामले की गंभीरता से जांच करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी भारत के विदेश मंत्री और दिल्ली में ब्रिटेन के उच्चायुक्त को भी पत्र लिखेगी।