अजमेर। कोरोना महामारी काल में आयुष विभाग की पहल पर कोरोना के बाद हुए दुष्प्रभावों के उपचार के लिए बीते साल दिसम्बर से आयुष पोस्ट कोविड केयर सेंटर आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सालय गंज में संचालित है।
वरिष्ठ यूनानी चिकित्साधिकारी डॉ मोहम्मद रोशन ने बताया कि ज्यादातर कोरोना संक्रमित लोग कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद भी पोस्ट कोविड सिन्ड्रोम की शिकायत होती है।
कोरोना वायरस सबसे पहले फेफड़ों को प्रभावित करता है। इसके अलावा संक्रमित हुए कई मरीजों में सिरदर्द, लकवा व मिर्गी होने की संभावना का बढ़ना, सूंघने की क्षमता कम होना, स्वाद न आना, थकावट व कमजोरी, यादाश्त में कमी, शरीर के किसी अंग का सुन्न पड़ना, नींद न आना या नसों में इस तरह की शिथिलता का पैदा होना कि बिना सहारे चल पाना भी मुश्किल हो ऐसी जटिलताएं देखी जा रही हैं।
कुछ मरीजों में ऑक्सीजन की काफी कमी हो जाती है जिसके कारण उनके मस्तिष्क पर गहरा दुष्प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार के लक्षण अगर संक्रमित व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद भी कई दिनों तक ठीक नहीं होते हैं तो ऐसे मरीज को पोस्ट कोविड रिकवरी की अत्यंत आवश्यकता है।
पोस्ट कोविड रिकवरी प्रोग्राम में मरीज के लक्षणों का सही निदान एवं उपचार, योगा व पोषण संबंधित सलाह के माध्यम से नियंत्रित कर मरीज को जल्द से जल्द रिकवर करने की कोशिश की जाती है। इस सेंटर में यूनिट प्रभारी डॉ लूना माथुर (आयुर्वेद), डॉ मोहम्मद रोशन (यूनानी), डॉ एश्वर्य सोरल (होम्योपैथी) ने अब तक 7700 रोगियों से संपर्क किया तथा 1005 रोगी उपचार प्राप्त कर लाभान्वित हुए।