मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना महामारी संबंधी प्रतिबंधों की अवधि 15 जून तक बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार रात कहा कि राज्य में कोविड प्रतिबंध 15 जून तक बढ़ा दिए गए हैं।
अपने संबोधन में ठाकरे ने राज्य में रिकवरी दर में वृद्धि और मृत्यु दर में काफी कमी आने पर नागरिकों और प्रशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में हालांकि संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, जो एक बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि वायरस का रूप बदल गया है और वह अधिक घातक तथा तेजी से फैलने वाला बन गया है। अब रोगियों के स्वस्थ होने में भी अधिक समय लग रहा है।
ठाकरे ने कहा कि ‘माझे कुटुम्ब माझी जबाबदारी’ और ‘मी जबाबदार’ पहल की मदद से महामारी पर अंकुश लगाने में काफी मदद मिली। उन्हाेंने राज्य के लोगों से अपील की वे अपने गांव को कोरोना मुक्त रखने के लिए अब नयी पहल ‘कोरोना मुक्त गांव’ शुरू करें। उन्होंने तीन कोरोनामुक्त गांवों का उदाहरण भी दिया जिनमें एक अहमदनगर जिले का गांव हिवारेबाजार और सोलापुर जिले के दो गांव हैं।
नगर पालिका और जिले में कोरोना संक्रमण की दर और ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता को देखते हुए हालांकि ‘ब्रेक द चेन’ आदेश हर जगह समान रूप से लागू नहीं किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार ऐसे अनाथ बच्चों के लिए नई कल्याणकारी योजना शुरू कर रही है जो अपने माता-पिता को कोरोना के कारण खो चुके हैं। सरकार इन बच्चों की देखभाल करेंगी।
उन्होंने राज्य के लोगों से आग्रह किया कि वे कोविड की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए अपने बच्चों का खयाल रखें और हमेशा मास्क पहनने सहित बार-बार हाथ साफ करने और सामाजिक दूरी के नियम का भी पालन करें।
ठाकरे ने बताया कि राज्य सरकार 18-44 आयु वर्ग के लिए वैक्सीन खरीदने को तैयार है। वैक्सीन की कमी के कारण हालांकि इसे कुछ समय के लिए रोक दिया गया था लेकिन आने वाले दिनों में यह शुरू कर दिया जाएगा।
इस बीच, महाराष्ट्र में रविवार को लगभग तीन महीने के बाद कोरोना संक्रमण के 20,000 से कम नए मामले सामने आए। राज्य में संक्रमण के 18,600 नए मामले दर्ज किए, जिससे कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2,71,801 हो गई। इसके अलावा कोरोना से 402 लोगों की माैत हुई जिससे मृतकों की कुल संख्या 94,844 हो गई।