नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि भाजपा दुनिया में अकेला ऐसा राजनीतिक दल है जो निरंतर जनता के दुख-दर्द में शामिल होकर उनकी सेवा को ही अपना मूल मंत्र मान कर कार्य कर रही है जबकि कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी पार्टियों के पास ट्वीट करने और वैक्सीन पर राजनीति करने के अलावा कोई काम नहीं है।
सोमवार को हिमाचल प्रदेश के लिए दो ऑक्सीजन प्लांट्स का आभासी माध्यम से शिलान्यास और राज्य के लिए कोविड राहत सामग्री को रवाना करने के एक कार्यक्रम में नड्डा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के आते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘भारत निर्मित वैक्सीन’ के लिए उद्यमियों और वैज्ञानिकों को इसके लिए प्रेरित किया और प्रोत्साहित किया। इसी का परिणाम रहा कि नौ महीनों में ही दो-दो मेड इन इंडिया वैक्सीन बन कर तैयार हो गई।
लेकिन कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी पार्टियों ने शुरू से ही इस प्रक्रिया का मजाक उड़ाया। यहाँ तक कि वैक्सीन को भी बदनाम किया गया, इसे मंजूरी देने की प्रक्रिया पर सवाल उठा कर देश को बदनाम करने की साजिश रची गई और लोगों को इस पर गुमराह किया गया, आज वही पार्टियां वैक्सीन पर हल्ला मचा रही हैं। नड्डा ने कहा कि आज 13 कंपनियां ये वैक्सीन बना रही हैं। इस साल के अंत तक टीकाकरण की पूर्ण व्यवस्था हो जाएगी।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भाजपा देश भर में ‘सेवा ही संगठन अभियान’ निरंतर चला रही है। केंद्र की भाजपा सरकार के सात वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 30 मई से देश के एक लाख गाँवों को लक्ष्य में रखकर पार्टी के कार्यकर्ता, सांसद, विधायक, मंत्री और पदाधिकारी सेवा कार्य कर रहे हैं।
अब तक 20 राज्यों की रिपोर्ट आ गई है और हमने इन राज्यों से ही एक लाख से अधिक गांवों में पहुंच कर यह लक्ष्य पूरा कर लिया है। इसी तरह 28 मई से 30 मई तक देश भर में रक्त दान शिविर आयोजित करके 50 हजार ब्लड यूनिट्स एकत्रित करने का लक्ष्य रखा था जिसे भी हासिल कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि कोविड मानव इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी बन कर आई है और इस आपदा ने मानवता को बहुत दंश दिए हैं, हम सब दुखी हैैं। इस वक्त देश की जनता के साथ उनके दुख – दर्द में एकजुट होकर खड़े होने का समय हैं। मोदी ने पिछले वर्ष देश के 80 करोड़ लोगों को नौ महीनों तक मुफ्त अनाज की व्यवस्था की थी और इस बार भी दो महीनों के लिए यह व्यवस्था की गई है।
नड्डा ने कहा कि पिछले एक वर्ष में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश भर में कोविड राहत से जुड़े आधारभूत संरचना में व्यापक सुधार हुआ है। पहले जहां हमारी जांच क्षमता महज 1,500 प्रति दिन की थी, वहीं यह आंकड़ा अब बढ़ कर 25 लाख प्रति दिन हो गया है। इसी तरह, पहले जांच के लिए महज एक ही लैब थी, आज देश में 2,500 लैब हैं। देश में आइसोलेशन बेड की संख्या बढ़कर 14 लाख और आईसीयू बेड की संख्या भी बढ़ कर 81,000 हो गई है। देश पीपीई किट्स, फेस मास्क, सेनिटाइजर्स, वेंटीलेटर्स के मामले में आत्मनिर्भर बन चुका है।
उन्होंने कहा कि मोदी के प्रयासों से एक ही सप्ताह में ऑक्सीजन की किल्लत दूर हुई और तीन गुना से अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन हुआ। पीएम केयर्स फंड की मदद से देश भर में 15 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट्स लगाए जा रहे हैं। मोदी सरकार ने ब्लैक फंगस को भी जड़ से खत्म करने की कमर कस ली है। अब देश में नौ कंपनियां इसकी मेडिसिन बना रही हैं।
नड्डा ने कहा कि प्रधामनंत्री ने कोविड में अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के लिए एक विशेष योजना शुरू की है। ऐसे बच्चों के 18 वर्ष होने पर मासिक भत्ता दिया जाएगा और 23 वर्ष के होने पर पीएम केयर्स फंड से 10 लाख रुपए की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, ऐसे बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा, उच्च शिक्षा के लिए आसान ऋण की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्हें आयुष्मान भारत योजना के साथ भी जोड़ा जाएगा।
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी आभासी माध्यम से उपस्थित रहे।