झुंझुनूं। राजस्थान के तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा और जनसंपर्क विभाग के राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने फेफड़ों में इन्फेक्शन से जान गंवाने वाले लोगों के मृत्यु प्रमाण पत्र में मृत्यु का कारण कोविड-19 लिखने के निर्देश दिए है।
जिले के प्रभारी मंत्री डा गर्ग ने आज कलेक्टर कार्यालय में अधिकारियों की बैठक में कहा कि मृतक की भले ही उनकी आरटीपीसीआर जांच नहीं हुई हो फिर भी उनके के परिजनों को भी राज्य सरकार की स्वास्थ्य बीमा समेत अन्य योजनाओं का लाभ और सहायता मिल सके।
इससे पहले कलक्टर उमरदीन खान ने उनके सामने जिले में कोविड की स्थिति विस्तार से रखी। डॉ. गर्ग ने कहा कि जिला प्रशासन ने कोविड की स्थिति को संभालने में अच्छा कार्य किया है। राज्य सरकार ने भी सीमित संसाधनों और बिना केंद्र सरकार की सहायता के भी कोविड की दूसरी लहर पर नियंत्रण पा लिया है।
लेकिन अगली लहर नहीं आए, इसके लिए बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी है। ईश्वर ना करे कि तीसरी लहर आए, पर हमें तीसरी लहर की भी पूरी तैयारी रखनी है। सभी अधिकारीगण पूरी मुस्तैदी से कार्य करें। इसके लिए हमें संसाधन जुटाने होंगे, प्रबंधन करना होगा।
उन्होंने ब्लॉक स्तर पर मॉडल सीएचसी विकसित करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिले की सभी 27 सीएचसी पर ऑक्सीजन की व्यवस्था होने से लोगों का विश्वास बढ़ेगा और जिला अस्पताल में लोड कम होगा। उन्होंने कहा कि स्टाफ और लैब तकनीशियन की कमी होने पर जिला प्रशासन संविदा पर कार्मिकों को भर्ती कर सकता है।