अजमेर। राजस्थान के अजमेर में सम्राट पृथ्वीराज चैहान को 855वीं जयंती के मौके वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पृथ्वीराज चौहान विषयक सोमवार को वर्चुअल संगोष्ठी आयोजित की गई।
संगोष्ठी में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संदेश में कहा कि अदम्य साहस के धनी, शौर्य और वीरता के प्रतीक, महान योद्धा सम्राट पृथ्वीराज चौहान की जयंती पर नमन, उनकी पराक्रम की गाथाएं प्रेरणादायी है।
वर्चुअल संगोष्ठी में मुख्य वक्ता रहे राजस्थान लोकसेवा आयोग के सदस्य डॉ. शिव सिंह राठौड़ ने कहा कि देश का निर्माण, संस्कार व संस्कृति से होता है। यह प्रेरणा पृथ्वीराज चैहान से विरासत में मिली है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में उनका बलिदान पढ़ने और आचरण में लाना समय की मांग है और युवाओं को उनसे प्रेरणा लेते हुए स्वयं में परिवर्तन करना चाहिए।
अध्यक्षता कर रहे पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज का व्यक्तित्व हमारे में जुड़ जाए ऐसे प्रयास निरंतर होने चाहिए। ऐसे कार्यक्रमों से युवाओं में वीरता का भाव पैदा हो और हम सब मिलकर सही इतिहास की दिशा में काम करें। विद्यार्थियों की ओर से भी शोध कार्य हो जिसमें विभिन्न आयामों पर कार्य हो।
उन्होंने कहा कि भारत में इतिहास है, जीवन पद्धति है, चुनौती का सामना करने के सम्राट पृथ्वीराज चैहान जैसी प्रेरणा है और वह प्रेरणादायी है। आज प्रेरणा लेकर आगे जाने का संकल्प लिए जाना ही सम्राट पृथ्वीराज चैहान की जयंती का मूल सबक है।
उल्लेखनीय है कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान समारोह समिति की ओर से कोरोनाकाल के बावजूद सात दिवसीय ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई और जयंती को यादगार बनाया गया। समिति के संयोजक कंवलप्रकाश के अनुसार विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को कोरोना समाप्ति के बाद सार्वजनिक समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।