सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही में पुलिस-तस्कर गठबन्धन पर हंगामा मचने के बाद सोमवार देर रात जारी तबादला सूची में सिरोही के विवादित पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक का तबादला कर दिया गया है।
उन्हें पुलिस ट्रेनिंग स्कूल किशनगढ़ में स्थानांतरित करके जोधपुर पूर्व के पुलिस उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह को सिरोही एसपी बनाया गया है। लेकिन, सवाल फिर वही हैकि यदि सिरोही में तस्करी मार्ग पर थानों में लगे दोषी थानाधिकारियों को नए एसपी उनकी जगह दिखा पाएंगे।
-थानों में पोस्टिंग में पीएचक्यू का रोल
राज्य में पुलिस थानों में थानेदारों की नियुक्ति का अधिकार पुलिस मुख्यालय के पास सुरक्षित है। जिलों के थानों में लगने वाले सभी थानाधिकारी वहीं के आदेशों से लगते हैं। ऐसे में शराब तस्करों के साथ साठ गांठ रखने वाले थानाधिकारी शराब तस्करी की लाइन से हट पाएंगे या नहीं।
– निचले कार्मिकों की सफाई से दे सकते हैं सन्देश
भले ही नये पुलिस अधीक्षक को स्टेशन इंचार्ज को बदलने के लिए जयपुर पीएचक्यू से आदेशों की जरूरत पड़ती हो, लेकिन सिरोही टाने में एएसआई, हेड कांस्टेबल और कॉन्स्टेबल्स का वो नेक्सस जो इस तस्करी रैकेट का हिस्सा हैं उनकी जगह बदल कर यहां लगाने का काम करके वो ऑपरेशन क्लीन पुलिस स्टेशन का आगाज कर सकते हैं। ऐसे में तेजाराम और इन जैसे अन्य पुलिस कार्मिक जो कि पुलिस विभाग की बंधी सिस्टम के कथित माध्यम बन चुके हैं।
-सर्विस प्रोफाइल
सिरोही के नए पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह 2014 बैच के आईपीएस हैं। एसपी के रूप में सिरोही में उनकी पहली पोस्टिंग है। मूलतः बिहार निवासी धर्मेंद्र सिंह इससे पहले भरतपुर ग्रामीण के एएसपी और राज्यपाल के एडीसी के पद पर कार्य कर चुके हैं। धर्मेंद्र सिंह मटेलर्जिकल में बीटेक हैं।
– सिरोही पुलिस की धूमिल छवि सुधारने की चुनौती
सिरोही में शराब तस्करी के रैकेट में पुलिस कर्मियों के भी शामिल होने से सिरोही पुलिस की छवि पर राज्य स्तर पर जो दाग लगा है उसे मिटाना नए एसपी के लिए बड़ी चुनौती होगी। इसके लिए आते ही एक्शन मोड़ में आना होगा जिससे जनता में पुलिस की छवि सुधार हो।