Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
चौथा ओलम्पिक खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनेंगी सानिया मिर्जा - Sabguru News
होम Headlines चौथा ओलम्पिक खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनेंगी सानिया मिर्जा

चौथा ओलम्पिक खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनेंगी सानिया मिर्जा

0
चौथा ओलम्पिक खेलने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनेंगी सानिया मिर्जा

नई दिल्ली। भारतीय टेनिस में पिछले एक दशक में एक सवाल लगातार पूछा जाता रहा है कि अगली सानिया मिर्जा कौन? अगली सानिया मिर्जा की तलाश जारी है जबकि 34 वर्षीया सानिया 23 जुलाई से होने वाले टोक्यो ओलम्पिक में जब उतरेंगी तो वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनेंगी जो चौथी बार ओलम्पिक में हिस्सा लेंगी।

सानिया ने कहा कि मेरा बहुत ही शानदार करियर रहा है। यह बस अपने आप में विश्वास करने और अपनी क्षमताओं में विश्वास करने की बात है। मैं अभी 30 के दशक में हूँ और मैं इस बारे में बिलकुल भी नहीं सोचती कि मैं कब तक कब तक खेलूंगी। यह बस हर दिन की बात है। मैं इसे लेकर भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोचती।

अपने पहले बच्चे ईझान को 2018 में जन्म देने के बाद सानिया ने पिछले वर्ष जनवरी में विजयी वापसी की थी जब उन्होंने होबार्ट इंटरनेशनल डब्लूटीए टूर्नामेंट जीता था। उनके लिए आगामी गर्मियां काफी व्यस्त रहेंगी क्योंकि उन्हें विम्बलडन और ओलंपिक्स में हिस्सा लेना है।

सानिया ने कहा कि मुझे कोर्ट पर काफी काम करना पड़ रहा है लेकिन मैं मैदान के बाहर भी ट्रेनिंग कर रही हूं मैं कोर्ट पर शार्प और ताकतवर रहने के लिए काफी मूवमेंट्स और गतिविधियों पर काम कर रही हूं।

भारतीय खिलाड़ी अपने ग्रासकोर्ट सत्र की शुरुआत इस सप्ताह ईस्टबॉर्न में डब्लूटीए इवेंट से करेंगी और उन्हें अपने रिकॉर्ड चौथे ओलंपिक्स का इन्तजार है। सानिया ने 2016 में पिछले रियो ओलंपिक्स में मिश्रित युगल स्पर्धा में रोहन बोपन्ना के साथ चौथा स्थान हासिल किया था।

सानिया ने कहा कि यह मेरे जीवन का सबसे निराशाजनक क्षण था कि मैं पदक के इतने पास आकर भी इसे जीत नहीं पाई। उन्होंने कहा कि मुझे अब ओलंपिक्स में देश की तरफ से उतरने का इन्तजार है। मुझे भारत की तरफ से खेलना बहुत पसंद है। चाहे मैं जहां भी खेलूं लेकिन ओलंपिक्स में देश के लिए खेलना मेरे लिए क्या सभी एथलीटों के लिए बड़े गर्व की बात है।

मुझे बताया गया है कि मैं जब ओलम्पिक में उतरूंगी तो मैं किसी महिला द्वारा किसी और के साथ टीम बनाकर सर्वाधिक ओलम्पिक खेलने वाली पहली महिला खिलाड़ी बन जाउंगी। मैं ओलम्पिक में उतरने के लिए आभारी हूं और मुझे अगले ओलम्पिक में उतरने का इन्तजार है।

सानिया अपनी नौंवीं विश्व रैंकिंग के साथ ओलंपिक्स में उतरेंगी। यह पहली बार होगा जो महिला युगल स्पर्धा में उनके साथ उतरेगा और विश्व रैंकिंग में टॉप 100 के अंदर है। सानिया ने 2008 बीजिंग ओलम्पिक में सुनीता राव के साथ, 2012 लंदन में रश्मि चक्रवर्ती के साथ और 2016 रियो में प्रार्थना थोंबरे के साथ जोड़ी बनाई थी। वह टोक्यो में अंकिता रैना के साथ उतरेंगी जो विश्व डबल रैंकिंग में 95वें स्थान के साथ भारत की शीर्ष रैंकिंग की युगल खिलाड़ी हैं।

अंकिता के लिए सानिया ने कहा कि अंकिता कड़ी मेहनत करने वाली ईमानदार लड़की है उन्होंने बिली जीन किंग कप से पहले मेरे साथ कुछ समय गुजारा था। सानिया ने भारतीय महिला टीम को पहली बार बिली जीन किंग कप के प्ले ऑफ में पहुंचने में मदद की थी।

सानिया ने कहा कि जब मैं पहली बार अंकिता से मिली थी तब वह 14 या 15 साल की थी। वह बहुत अनुशासित थी जो उसकी सबसे बड़ी ताकत है। मैं कभी ओलंपिक्स में ऐसी किसी महिला भारतीय खिलाड़ी के साथ नहीं उतरी हूं जो दुनिया में टॉप 100 के अंदर है। इसलिए ऐसी खिलाड़ी के साथ खेलना अच्छा लगता है जो टूर में नियमित आधार पर खेल रही हो। उसे अभी लम्बा सफर तय करना है लेकिन वह कम से कम हर सप्ताह खेल रही है और इस स्तर को समझती है।

चोट की आशंकाओं और कोरोना महामारी के कारण सानिया ने 2020 में वापसी करने के बाद से कम ही मैच खेले हैं। सानिया ने इस साल तीन ही टूर्नामेंट क़तर ओपन, दुबई ओपन और ईस्टबॉर्न डब्लूटीए ही खेले हैं।

कोरोना के कारण मिले ब्रेक पर सायना ने कहा कि यह बहुत चुनौतीपूर्ण था कि आपको यह पता नहीं था आपको शुरुआत में क्या करना है। लेकिन अब आपको यह मालूम है कि जिंदगी कुछ सामान्य हो रही है। जब पहला लॉकडाउन हुआ तो मैं भारत में ही थी। मेरे पास घर में ही एक टेनिस कोर्ट है इसलिए मैं एकदम खेलना नहीं भूली। पूरी ट्रेनिंग में लौटने के लिए कुछ प्रेरणा की जरूरत थी।

सानिया डब्लूटीए सर्किट में सुपरमॉम्स की बढ़ती भीड़ में शुमार हो गई हैं जिनका नेतृत्व लीजेंड खिलाड़ी अमरीका की सेरेना विलियम्स के पास है। सानिया ने कहा कि मुझे अपने माता पिता, बहन सबसे शुरू में अच्छा समर्थन मिला और इसने पूरा काम किया। ईझान बड़ा प्यारा और देखभाल करने वाला लड़का है। वह इस बात को समझता है जब मैं उसे कहती हूं कि मैं अभ्यास करने जा रही हूं तो वह मेरे साथ बहुत आराम से आता है।