इंदौर। मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक अधिकारी संतोष वर्मा को धोखाधड़ी और अन्य आरोपों के मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
नगर पुलिस अधीक्षक हरीश मोटवानी ने बताया कि आईएएस अधिकारी वर्मा के खिलाफ महात्मा गांधी रोड थाना पुलिस ने 27 जून को इंदौर जिला अदालत के प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी विजेंद्र सिंह रावत की शिकायत पर एक प्रकरण दर्ज किया है।
दर्ज प्रकरण में वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी, दस्तावेजों की जालसाजी, जाली दस्तावेज़ को असली के रूप में उपयोग करना और आपराधिक साजिश रचने के आरोप हैं। इसी प्रकरण में आरोपी अधिकारी को कल रात गिरफ्तार किया गया।
शिकायत के अनुसार वर्मा पर आरोप है कि उन्होंने 6 अक्टूबर 2020 को न्यायाधीश के नाम से एक कूटरचित आदेश तैयार किया, जिसमें उनके खिलाफ यहां की लसूड़िया थाना पुलिस द्वारा वर्ष 2016 में दर्ज मारपीट और अन्य धाराओं के तहत दर्ज एक प्रकरण में स्वयं को दोषमुक्त दर्शाया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोप है कि वर्मा ने पदोन्नति के लिये इस कथित आदेश का उपयोग किया है। इसके अलावा वर्मा के खिलाफ 2016 में एक महिला ने मारपीट और अन्य आरोप लगाते हुये लसूड़िया थाना पुलिस को शिकायत कर प्रकरण दर्ज कराया था।
सूत्रों ने दावा किया कि इस मामले की जांच के दायरे में अन्य भी कई आरोपी आ सकते हैं। मामले की विवेचना सीएसपी मोटवानी द्वारा की जा रही है। आरोपी संतोष वर्मा वर्ष 2012 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग में अपर आयुक्त के पद पर पदस्थ बताए जा रहे हैं।