अलवर। राजस्थान में अलवर जिले के किशनगढ़बास में एक किशोरी से कई महीनों तक दुष्कर्म कर जबरन गर्भपात कराने का मामला सामने आया है।
पुलिस ने इस मामले में दुष्कर्म के आरोपी, गर्भपात कराने वाली महिला और इसमें सहयोग करने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की बड़ी भूमिका यह रही है कि पीड़ित परिवार मुकदमा दर्ज कराने से डर रहा था।
पुलिस को पता लगा तो नाबालिग एवं उसकी मां को समझाया कि बिना मामला दर्ज कराए दोषियों को सजा नहीं मिलेगी। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। इसके बाद परिवार के लोगों ने सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे शिकायत दर्ज कराई। आरोपी दिल्ली की तरफ फरार हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने रात्रि में दिल्ली तक पहुंचकर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी राकेश उर्फ काली और गुरमित उर्फ मिन्ना ने नाबालिग से मार्च एवं मई माह में कई बार दुष्कर्म किया। इस कारण वह नाबालिग गर्भवती हो गई। जब नाबालिग करीब साढ़े तीन माह की गर्भवती हो गई। तब उसकी मां को आभास हुआ। वह अस्पताल लेकर गई। उससे पहले बेटी ने पूरी कहानी बता दी।
इसके बाद बलात्कार के आरोपी व तीन अन्य लोगों ने जबरन उसका गर्भपात किशनगढ़बास में ही करा दिया। किशनगढ़बास में दाई का काम करने वाली महिला ने गर्भपात कराया। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि उनको मुखबिर से सूचना मिली थी कि नाबालिग से दुष्कर्म के बाद गर्भपात कराया गया है। पुलिस परिवार के ही कुछ लोगों से इसकी जानकारी मिली। इसकी पुष्टि होने के बाद पुलिस ने नाबालिग व उसकी मां को समझाया। इसके बाद उन्होंने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।