शिमला। हिमाचल के किन्नौर जिले में सांगला-छितकुल सड़क पर भूस्खलन और चट्टानें गिरने से नौ पर्यटकों की मौत के बाद सड़क मार्ग अवरूद्ध होने से वहां अभी भी 150 पर्यटक तीन दिन से फंसे हुए हैं।
फंसे पर्यटकों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से हैलीकॉप्टर भेजने की गुहार लगाई है। वहीं, छितकुल, रक्षम और बटसेरी पंचायतों में बिजली गुल है। विभिन्न विभागों और निजी सम्पत्ति को भूस्खलन के कारण लगभग 2.50 करोड़ का नुकसान पहुंचा है। हालांकि घाटी में फंसे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को निकालने के लिए प्रशासन की टीमें सेना के साथ बचाव कार्य में जुटी हैं।
पर्यटकों ने मुख्यमंत्री से हेलीकाप्टर भेजने की गुहार लगाई है। दिल्ली के राहुल ने कहा कि अब तो जेब खाली हो रही है। अगर जल्द कोई व्यवस्था नहीं हुई आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। यहां न तो बिजली है। परिवार के लोग भी परेशान हैं और इंतज़ार कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से जल्द सड़क बहाल करने को कहा है।
वहीं, किन्नौर जिला उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने कहा कि सांगला-छितकुल सम्पर्क मार्ग पर गुंसा के पास 300 मीटर बंद पड़ी सड़क बहाल करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। यहां सुरक्षा घेरा भी बनाया गया है। भूस्खलन से क्षतिग्रस्त लगभग डेढ़ करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 120 मीटर लम्बे वैली ब्रिज की मरम्मत भी जल्द शुरू की जाएगी।