सबगुरु न्यूज-सिरोही। समय का पहिया अच्छों अच्छों को बिसरवा देता है। सिरोही में जिला किसान मोर्चा के गुरुवार को होने वाले सम्मेलन के होर्डिंग्स तो ये गवाही भी दे रहे हैं कि उगते सूरज को ही सलाम है।
वरना सिरोही में किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष समेत अन्य नेता वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री रहते हुए अपने नाम के होर्डिंग की सबसे मुफीद जगह पर लगाने की कवायद में लग जाते थे, उनके पोस्टर से वसुंधरा राजे की तस्वीर ही गायब हो गई है। तो क्या जयपुर की तरह अब सिरोही के भाजपाइयों में भी वसुंधरा राजे को बिसराना शुरू कर दिया है?
-सिरोही में लगे हैं होर्डिंग्स
्रसिरोही में गुरुवार को अनादरा रोड स्थित स्वामीनारायण मंदिर में भाजपा किसान मोर्चा का सम्मेलन है। इसमें किसान मोर्चा के प्रदेश स्तरीय नेता आ रहे हैं। शहर के सबसे मुख्य चौराहे सरजावाव दरवाजे पर किसान मोर्चा के सौजन्य से इस सम्मेलन का होर्डिंग लगा हुआ है।
इस होर्डिंग पर देश और प्रदेश से लेकर ब्लॉक तक के पदाधिकारियों के फोटो हैं। नहीं है तो सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की तस्वीर। सिरोही चौराहा पंचौरा अब ये है कि जयपुर भाजपा कार्यालय की तरह अब सिरोही में भी भाजपा के पोस्टरों में वसुंधरा राजे के लिए जगह नहीं रह गई है।
-जिले के भाजपाई नेताओ का मौन संदिग्ध
वसुंधरा राजे की फोटो के बिना जो होर्डिंग सरजावाव दरवाजे पर लगा हुआ है। वो दो दिन पहले सिरोही जिले के व्हाट्सएप समूहों पर भी घूमा। इस पोस्टर में सिरोही जिले से जुड़े जनप्रतिनिधियों में सांसद देवजी पटेल, रेवदर विधायक जगसीराम कोली, पिण्डवाड़ा आबू विधायक समाराम गरासिया, भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित, पूर्व गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी पूर्व जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी, निवर्तमान जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया समेत करीब डेढ़ दर्जन नेताओं के फोटो हैं।
इनमें से किसी ने भी सोशल मीडिया पर वायरल होने के तीन दिन बाद भी इसे दुरुस्त नहीं करवाया। पोस्टर में छाए जिले के भाजपा नेता वो लोग हैं जो वसुंधरा राजे के सिरोही आगमन पर उनका सानिध्य पाने पर भी खुदको गदगद मान लेते थे। लेकिन, वसुंधरा राजे के सबसे करीब बनने का दावा करने वाले किसी भी नेता द्वारा इन होर्डिंग्स को नहीं हटावाने की चर्चा है। अब चर्चा ये है कि इन नेताओं ने वसुंधरा राजे को बिसरा देने की मौन सहमति दे दी है।
भारतीय किसान मोर्चा के वर्तमान जिलाध्यक्ष सांसद देवजी पटेल और लुम्बाराम चौधरी के गुट के माने जाते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि सरजावाव दरवाजे पर ये पोस्टर दिन की रोशनी के साथ रात में भी जिस हाईमास्ट की रोशनी में चमक रहा है वसुंधरा राजे के कार्यकाल में लगी बताई जाती है। इन हाइमास्ट लाइटों का उद्घाटन करके वाहवाही लूटने वाले भी इसके तमाशबीन हैं।