Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
31 जुलाई के दिन चेरापूंजी में हुई बारिश से बना था विश्व रिकॉर्ड - Sabguru News
होम Headlines 31 जुलाई के दिन चेरापूंजी में हुई बारिश से बना था विश्व रिकॉर्ड

31 जुलाई के दिन चेरापूंजी में हुई बारिश से बना था विश्व रिकॉर्ड

0
31 जुलाई के दिन चेरापूंजी में हुई बारिश से बना था विश्व रिकॉर्ड

नई दिल्ली। भारतीय एवं विश्व इतिहास में 31 जुलाई की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं। इनमें खास बात यह है कि आज ही के दिन भारत के चेरापूंजी में हुई बारिश का विश्व रिकार्ड बना था।

1498 – क्रिस्टोफर कोलंबस अपनी तीसरी यात्रा के दौरान त्रिनिदाद द्वीप पर पहुंचे।
1658: औरंगजेब ने स्वयं को मुगल सम्राट घोषित किया।
1865: ऑस्ट्रेलिया में दक्षिण पूर्व क्लीव्सलैंड ग्रैडचेस्टर शहर में विश्व की पहली छोटी रेल लाइन शुरू।
1861- असम के चेरापूंजी में 9,300 मिलीलीटर बारिश हुई, जो विश्व रिकॉर्ड बन गया।
1880: प्रसिद्ध हिन्दी कहानीकार और उपन्यासकार प्रेमचंद का जन्म।
1924: मद्रास प्रेसिडेंसी क्लब ने रेडियो प्रसारण संचालित करने का बीड़ा उठाया।
1933: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम छोड़ा।
1940: स्वतंत्रता सेनानी ऊधम सिंह का निधन।
1948: भारत में कलकत्ता में पहली राज्य परिवहन सेवा की स्थापना।
1980: हिंदी फिल्मों के महान पार्श्व गायक मोहम्मद रफी का निधन।
1982: सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।
1992: नेपाल की राजधानी काठमांडू में थाइलैंड का विमान दुर्घटनाग्रस्त, 113 लोगों की मौत।
1993: भारत के पहले तैरते हुए समुद्री संग्रहालय का कलकत्ता (अब कोलकाता) में उद्घाटन।
2006: फिदेल कास्त्रो ने अपने भाई को सत्ता सौंपी थी ।
2006: श्रीलंका में युद्ध विराम समझौता समाप्त, एलटीटीई के साथ संघर्ष में 50 लोग मारे गए।
2007: भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर सुधीर पारिख को पाल हैरिस अवार्ड प्रदान किया गया।
2010: पाकिस्तान में बाढ़ से 900 लोगों की मौत।
2010: ब्राजीलिया में हो रहे 34वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व धरोहर समिति ने जयपुर के 18वीं सदी के जंतर-मंतर को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया।
2010: ब्रिटेन के साउथेम्पटन शहर समिति ने महिला कर्मचारियों को मिनी स्कर्ट पहन कर काम पर नहीं आने के निर्देश दिए।
2012: प्रो. अशोक सेन को पहले यूरी मिलनर फंडामेंटल फिजिक्स प्राइज़ (मौलिक भौतिकी पुरस्कार) के नौ विजेताओं में से एक विजेता घोषित किया गया।