जयपुर। राजस्थान में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा के बाद आज कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिव कुमार की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से हुई मुलाकात भी चर्चा का विषय बन गई है।
गहलोत मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल की चर्चाओं के बीच दूसरे प्रदेशों के बड़े नेताओं की गहलोत से मुलाकात के बारे में काफी कयास लगाए जा रहे हैं। इन मुलाकातों को लेकर यह भी माना जा रहा है कि यह नेता किसी खास मिशन के तहत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश लेकर आए हैं।
यह भी कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल एवं फेरबदल के बारे में कांग्रेस आलाकमान के फैसले को लागू करने के लिए गहलोत को सहमत करने के प्रयास के तहत सोनिया गांधी के करीबी नेताओं के दौरे भी हो रहे हैं। गहलोत आलाकमान के काफी नजदीकी माने जाते हैं और उन्हें मुख्यमंत्री पद के साथ पार्टी में राष्ट्रीय जिम्मेदारी भी देने की चर्चाएं भी चल रही हैं।
बताया जा रहा है कि गहलोत पायलट के समर्थक विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह देने के लिए तैयार हैं, लेकिन किसी मंत्री को हटाने के पक्ष में नहीं हैं। कांग्रेस प्रभारी अजय माकन से हाल ही में जयपुर दौरे के दौरान विधायकों की रायशुमारी में मंत्रियों के खिलाफ काफी असंतोष उजागर हुआ था, लेकिन सरकार के कामकाज पर उंगली नहीं उठाई गई।
शैलजा ने गहलाेत से मुलाकात के बाद कोई बयान नहीं दिया, लेकिन शिव कुमार ने मीडिया काे बताया कि मैं किसी का कोई संदेश लेकर नहीं आया हूं, यह मेरा व्यक्तिगत दौरा है।