कोलकाता। कांग्रेस की पूर्व सांसद एवं पूर्व महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव सोमवार को कांग्रेस छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं। देव ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राज्य सभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन की उपस्थिति में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया।
तृणमूल कांग्रेस ने अपने बयान में कहा कि हम अपने तृणमूल परिवार में महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सुष्मिता देव का हार्दिक स्वागत करते हैं। वह आज हमारे राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और संसदीय दल के नेता राज्यसभा डेरेक ओ’ब्रायन की उपस्थिति में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गईं।
देव ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे अपने त्याग पत्र में कहा कि वह ‘जन सेवा के अपने जीवन में एक नया अध्याय’ शुरू कर रही हैं।
सुष्मिता के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में फिर उठने लगी है ‘मंथन’ की बाद
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद पार्टी के कई नेता यह सवाल अब मुखर होकर उठने लगे हैं कि पार्टी को इस बार पर मंथन करना चाहिए कि युवा नेता कांग्रेस छोडकर क्यों जा रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदम्बरम के सांसद पुत्र कार्ति चिदम्बरम ने कहा कि यह सोचने और विचार करने का विषय है कि पार्टी से आखिर सुष्मिता देव जैसे युवा नेता अलग क्यों हो रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि इस मुद्दे पर गंभीरता से मंथन होना चाहिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने तंज करते हुए कहा है कि सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। युवा नेता पार्टी छोकर जा रहे और हम ‘बुजुर्गों’ पर पार्टी को कमजोर करने के आरोप लगाए जाते हैं। पार्टी पूरी तरह आंख मूंद कर आगे बढ़ रही है।
इससे पहले कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने पार्टी मुख्यालय में इस बारे में इस बारे में सवाल पूछने पर अनभिज्ञता व्यक्त की कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उनका कहना था कि जब से मुझे पता चला है मैं लगातार सुष्मिता जी से फोन पर संपर्क का प्रयास कर रहा हूं लेकिन उनका फोन बंद बताया जा रहा है।
वह बहुत गंभीर नेता हैं और कांग्रेस परिवार से उनका पीढियों का संबंध है। सोनिया जी एवं राहुल जी उनके काम की प्रशंसा करते हैं। विश्वास है कि वह बहुत सुलझा हुआ राजनीतिक फैसला लेंगी और मैं सिर्फ उनके खुशहाल भविष्य की कामना करता हूं।