मुरादाबाद। उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के सिविल लाइन क्षेत्र में दुराचार के बाद बालिका की हत्या के तीन साल पुराने मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने सोमवार को दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इस संगीन अपराध का खुलासा करने पुलिस पुलिस दल को परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक शलभ माथुर ने 25 हजार रुपये बतौर इनाम और प्रशस्तिपत्र देने की घोषणा की है।
पुलिस अधीक्षक (नगर) अमित आनंद ने आज बताया कि सिविल लाइंस इलाके में कपूर कंपनी पुल के नीचे तीन साल पहले एक तीन वर्षीय बच्ची का शव बरामद किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामूहिक दुष्कर्म और मुंह दबाकर हत्या किए जाने की चौंकाने वाली पुष्टि हुई थी, लेकिन शव की शिनाख्त नहीं हो पाने से मौत का रहस्य गहरा गया था।
उन्होंने बताया कि उसी दौरान एक तीन वर्षीय बच्ची के लापता होने का मामला सामने आने पर पुलिस ने बच्ची के परिजनों को शव की शिनाख्त कराई, लेकिन उन्होंने अपनी बेटी का शव होने से इंकार कर दिया था।
पुलिस ने गुमशुदा बच्ची के परिजनों और पोस्टमार्टम के दौरान लिए गए नमूनों को डीएनए के लिए भेज दिया था। डीएनए रिपोर्ट में मृतका की पहचान हो जाने के बाद सोमवार को पुलिस ने इस मामले में आरोपी रविंदर और उसके साथी मिंटू को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
आनंद ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि उन्होंने ही तीन वर्षीय मासूम से दुष्कर्म के बाद हत्या की थी। इस बीच डीआईजी शलभ माथुर ने बताया कि तीन साल पुराने मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम समेत फोरेंसिक टीम को सराहनीय कार्य के लिए 25 हजार का नकद पुरस्कार तथा प्रशस्तिपत्र दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुरादाबाद पुलिस ने तीन साल पुराने रहस्यमयी हत्याकांड को पैंडिंग में डालने के बजाय, घटना का खुलासा किया है। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।