काबुल। अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने सोमवार को ‘लोया जिरगा’ यानी भव्य सभा का आयोजन किया, जिसमें सैकड़ों धार्मिक नेता शामिल हुए।
तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्ला मुजाहिद ने कहा कि कट्टरपंथी समूह द्वारा काबुल पर कब्जा करने के बाद पहली बार अफगानिस्तान की राजधानी में लोया जिरगा का आयोजन किया गया।
मुजाहिद ने जिरगा को संबोधित करते हुए युवा पुरुषों तथा महिलाओं से इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान का निर्माण करने में मदद करने की अपील की। उन्होंने देश की शिक्षा व्यवस्था के बारे में भी बात की।
उन्होंने बताया कि लोया जिरगा में (तालिबान के उपदेश और मार्गदर्शन आयोग) सैकड़ों धार्मिक नेता शामिल हुए। उन्होंने कहा कि आपका जिहाद इस्लामी व्यवस्था और इस्लामी शासन के लिए था। किसी से भी मत डरो।
उन्होंने कहा कि आर्थिक योजनाओं के क्रियान्वयन से अफगानिस्तान आत्मनिर्भर बनेगा। तालिबान ने भी कहा है कि लड़कियां पहली कक्षा से उच्च शिक्षण संस्थानों को तालीम हासिल कर सकती हैं। इस बीच इस्लामिक सहयोग संगठन तालिबान नेताओं से मिलने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल को काबुल भेज रहा है।