नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी को संवैधानिक मूल्यों का हनन और लोकतंत्र की हत्या करार दिया है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में महाराष्ट्र की महाअघाड़ी सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से महाराष्ट्र की महावसूली अघाड़ी सरकार परेशान हैं लेकिन हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे और यात्रा जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि नारायण राणे ने कुछ शब्द ऐसे जरूर कहे होंगे, जिनसे बचा जा सकता था लेकिन क्या महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार की यही सहनशीलता है, क्या यही कानून है?
पात्रा ने कहा कि महाराष्ट्र के कुछ मंत्री कह रहे हैं कि कानून का पालन करना होगा लेकिन क्या भाजपा के दफ्तरों पर पथराव करना कानून है? क्या लोगों की जान को जोखिम में डालना कानून है? एक मंत्री पर 30-40 प्राथमिकी दर्ज करना क्या कानून है?
उन्होंने कहा कि शरजील इमाम जैसे टुकड़े-टुकड़े गैंग के लोग महाराष्ट्र में भारत माता के खिलाफ अनर्गल बयान देते रहें, लेकिन उनके खिलाफ एक भी मामला महाराष्ट्र में दर्ज नहीं हुआ।
पात्रा ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के करीब 42 में 27 मंत्रियों के खिलाफ केस दर्ज हैं। अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपए महीना वसूली का आरोप है, क्या उन लोगों की गिरफ्तारी हुई, क्या उनके घर तक पुलिस गई?
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत हर दिन कैसे-कैसे बयान देते हैं, इससे पूरा देश वाकिफ है। महिलाओं पर उनके ऐसे बयान हैं कि उन्हें बयां तक नहीं किया जा सकता, क्या उन पर कोई कारर्वाई हुई?
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है और भारत की जनता इसे देख रही है। समय आने पर महाराष्ट्र की जनता इस महावसूली सरकार को करारा जवाब देगी।