काबुल। अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को कहा कि काबुल हवाई अड्डे पर हमला करने वाले आतंकवादियों को पकड़ा जाएगा। बाइडेन ने हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि हम उनका शिकार करेंगे और उन्हें इसका परिणाम भुगताना होगा।
राष्ट्रपति बाइडेन का यह बयान काबुल हवाई अड्डे पर आतंकवादी हमले के बाद आया है, जिसमें अमरीका के 13 जवानों सहित लगभग 40 लोग मारे गए है। उन्होंने दोहराया कि अफगानिस्तान से अमरीकियों लोगों को निकालने का अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम उनका शिकार करेंगे और उनको इसका परिणाम भुगतना होगा।
पेंटागन ने कहा कि हवाई अड्डे के बाहर हुए दो अलग-अलग आत्मघाती विस्फोटों में 12 अमरीकी जवान मारे गए है। अमरीका की सेंट्रल कमांड ने कहा कि कुल 18 घायलों में से एक अन्य अमरीकी जवानों की मौत हो गई। 13 मारे गए अमरीकी सैनिकों में 10 मरीन जवान भी शामिल है।
इस्लामिक स्टेट ने ली काबुल में हुए हमले की जिम्मेदारी
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित हवाई अड्डा के पास हुए हमले क जिम्मेदारी ली है। इस घटना में गुरुवार को 12 अमरीकी मरीन कमांडो सहित 60 लोगों की मौत हो गई तथा 150 से अधिक लोग घायल हो गए। जिहादी समूह ने अपने टेलीग्राम अकाउंट पर कहा कि इस हमले को उसने अंजाम दिया है।
आईएसआईएस ने आत्मघाती हमलावर की पहचान अब्दुलरहमान अल-लोगरी के तौर पर की है और कहा है कि जब उसने आत्मघाती जैकेट में विस्फोट किया तो वह अमेरिकी सैनिकों से पांच मीटर से भी कम दूरी पर था। आईएस के मुताबिक इन हमलों में 15 अमरीकी सैनिकों सहित करीब 140 लोग मारे गए हैं तथा कई गंभीर रूस से घायल हुए हैं।
काबुल एयरपोर्ट विस्फोट में 40 मरे, 120 घायल, हताहतों में अमरीकी मरीन कमांडो भी शामिल