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हर स्तर पर आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास की जरूरत : मोदी - Sabguru News
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हर स्तर पर आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास की जरूरत : मोदी

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हर स्तर पर आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास की जरूरत : मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि हर स्तर पर आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास बहुत ज़रूरी है तथा आज आवश्यकता है कि हम राष्ट्र की बुनियाद को मजबूत करें एवं उस पर गर्व करें।

मोदी ने शनिवार शाम जलियांवाला बाग स्मारक के नवनिर्मित परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया। इसके साथ ही कोरोना और सौंदर्यीकरण की वजह से पिछले डेढ़ साल से बंद जलियांवाला बाग आम जनता के लिए खोल दिया गया।

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि अमृत महोत्सव कार्यक्रम के दौरान गांव-गांव में सेनानियों को याद किया जा रहा है, उनका सम्मान किया जा रहा है। राष्ट्र नायकों से जुड़े स्थानों को संरक्षित करने के साथ वहां नए आयाम भी जोड़े जा रहे हैं। जलियांवाला बाग की तरह दूसरे महत्वपूर्ण स्थानों का नवीनीकरण किया जा रहा है। आज़ादी के आंदोलन में हमारे आदिवासियों की महत्वपूर्ण भूमिका है लेकिन उन्हें वह स्थान नहीं मिला, जिसके वह हकदार थे। हाल के दिनों में शहीद सैनिकों को उचित सम्मान मिला है।

इस मौके पर केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी मौजूद थे। तेरह अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में हुए जनसंहार को दिखाने के लिए लाइट एंड साउंड कार्यक्रम भी प्रसारित किया गया। प्रधानमंत्री ने यह कार्यक्रम वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समपन्न किया।

मोदी ने कहा कि देश के चहुंमुंखी विकास के लिए हम सबको मिल कर काम करना होगा। मुझे विश्वास है कि जलियांवाला बाग की यह धरती सतत ऊर्जा देती रहेगी। उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षित रखने के लिए सर्वोच्च बलिदान करने वाले सैनिकों के लिए बना ‘नेशनल वॉर मेमोरियल’ युवाओं को प्रेरित करेगा। जलियांवाला बाग ने अनगिनत क्रांतिकारियों और बलिदानियों को हिन्दुस्तान के लिए मर मिटने का हौसला दिया जिसके कारण आज हम आज़ादी का अमृत महोत्सव मना पा रहे हैं। कई बार जलियांवाला बाग आने का सौभाग्य मिला।

जलियांवाला बाग का यह नया स्वरूप नई पीढ़ी को हमेशा आज़ादी की यात्रा के बारे में यह याद दिलायेगा कि हमारे पूर्वजों ने क्या-क्या किया है। राष्ट्र को सर्वोपरि रखने की प्रेरणा, नयी ऊर्जा इसी स्थान से मिलेगी। पूर्व की घटनाएं हमें सिखाती भी हैं और आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखाती हैं।

मोदी ने कहा कि विभाजन की पीड़ा आज भी हिन्दुस्तान के साथ विशेषकर पंजाब के लोगों को याद रहती है, अतीत को नज़रअंदाज़ करना सही नहीं है। इसलिए अब हर वर्ष 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने का फ़ैसला किया गया है जो यह याद दिलाएगा कि आज़ादी के लिए हमने कितनी बड़ी कीमत चुकाई है।

उन्होंने कहा कि कोरोना काल हो या अफगानिस्तान का संकट, हमने सबका मुकाबला किया है। ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत सैकड़ों भारतीयों को वापस लाया जा रहा है, चुनौतियां बहुत हैं। हम गुरुग्रंथ साहिब के स्वरूप को शीश पर रखकर भारत लाए हैं।

मोदी ने पंजाब की वीर भूमि और जलियांवाला बाग की मिट्टी को प्रणाम किया और कहा कि जलियांवाल बाग के आसपास लंबे समय से उपेक्षित पड़ी इमारतों को चार संग्रहालय दीर्घाओं में तब्दील किया गया है। बाग में मौजूद शहीदी कुएं की भी मरम्मत की गई है। पंजाब की स्थानीय स्थापत्य शैली को ध्यान में रखते हुए इनका पुनर्निर्माण किया गया गया है। इतिहास की झलकियां 3-डी तकनीक से प्रदर्शित होंगी।

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी कार्यक्रम का संबोधित किया। कैप्टन सिंह ने कहा कि बुजुर्गों की कुर्बानी की याद रखने की ज़रूरत है। पंजाब के राज्यपाल भी समारोह में मौजूद रहे। पंजाब सरकार ने 20 करोड़ रुपए खर्च कर जलियांवाला बाग को संवारा है।

इससे पहले शाम को कार्यक्रम का विरोध करने जलियांवाला बाग पहुंचे नौजवान भारत सभा के सदस्यों और अन्य किसान जत्थेबंदियों के प्रतिनिधियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस तीस से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर छेहरटा थाने ले गई।

जलियांवाला बाग में एक थिएटर का निर्माण किया गया है। कुल 80 लोगों की क्षमता वाले इस थिएटर में डिजिटल डाक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी। इसके लिए जलियांवाला बाग नरसंहार पर डिजिटल डाक्यूमेंट्री तैयार की गई है। इसमें गेट से अंग्रेजी सेना के प्रवेश से लेकर जलियांवाला बाग में बैठे बेकसूर लोगों पर गोलियां चलाने तक का वाकया कैद है।