जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भारतीय जनता पार्टी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ अरुण चतुर्वेदी के राज्य में पंचायतीराज चुनावों में सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि सत्ता का दुरुपयोग देखना हो तो केन्द्र सरकार का देखे।
डोटासरा ने आज यहां मीडिया से कहा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तर्ज पर भाजपा नेता बौखलाहट भरी बयानबाजी कर रहे हैं। सत्ता का दुरुपयोग कहीं देखना हो तो आप केंद्र की सरकार का देखिए।
सत्ता का दुरुपयोग हमने पिछले पांच साल देखा, जब धौलपुर में उपचुनाव था। सत्ता का दुरुपयोग देखना हो तो कभी उत्तर प्रदेश में देखिए। किस तरीके से धमकाया जाता है। पर्चे खारिज किए जाते हैं। सत्ता का दुरुपयोग देखना है, तो अन्नदाता किसान कई महीनों से धरने पर बैठा है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने पिछले साल विधानसभा का सत्र बुलाकर तीन कृषि बिल पास किए। इन बिलों में तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को बायपास करने के लिए राज्य सरकार ने प्रावधान किए थे। जब ये बिल राज्यपाल के पास भेजे गए, तो इन्हें रोक लिया गया।
भ्रष्टाचार के मामले में निंबाराम दोषी
भ्रष्टाचार के मामले के आरोपी निंबाराम के बारे में किए गए सवाल पर डोटासरा ने कहा कि हमारी बात प्रमाणित हो गई है कि निंबाराम दोषी हैं। नहीं तो उनको अदालत में जाने की क्या आवश्यकता पड़ी। एसीबी अगर एफआईआर बदल रही होती तो उन्हें अदालत में जाने की जरूरत नहीं पड़ती। इसका मतलब हमने सही कहा था कि निंबाराम दोषी हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अब जब वह कोर्ट में गए हैं तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।