अजमेर। राजस्थान के अजमेर में छात्रों से अश्लील व्हाट्सएप चैट के आरोपी एक पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है। मामला 9 महीने पुराना है। जब कुछ छात्रों ने थाने में पहुंचकर कॉन्स्टेबल के खिलाफ टहलने के दौरान शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा ने आज एक आदेश जारी कर इस मामले में अजमेर के पीसांगन थाने में तैनात रहे विक्रम सिंह को निलंबित कर दिया। कांस्टेबल पर नाबालिग छात्रों से अश्लील हरकतें करने और उन्हें अपने जाल में फांसने के आरोप के खिलाफ पोक्सो एक्ट में प्रकरण पंजीकृत है तथा विभागीय जांच प्रस्तावित है।
इस मामले में कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया था और मामले की गंभीरता के मद्देनजर अब निलंबित कर निलंबन काल में उसका मुख्यालय अजमेर पुलिस लाइन रखा गया है। आरोपी कॉन्स्टेबल फिलहाल श्रीनगर थाने में पोस्टेड है। अजमेर ग्रामीण सीओ सुमित मेहरड़ा ने बताया कि पूर्व में दी गई शिकायत इतनी गंभीर नहीं थी, इसलिए मामला दर्ज नहीं किया गया। अब अश्लीलता जैसी गंभीर शिकायत की है। इस पर पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली है।
उल्लेखनीय है कि पंचायत समिति सदस्य प्रदीप कुमावत एवं अन्यों ने गत वर्ष 22 दिसंबर को पीसांगन थाने में आरोपी विक्रम सिंह के खिलाफ शिकायत दी थी।
कुमावत की ओर से दी गई शिकायत में बताया गया है कि छात्रों ने कॉन्स्टेबल पर अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाया है। कुमावत ने यह भी कहा कि पूर्व में इसकी शिकायत पीसांगन थाने में की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब इस मामले में कार्रवाई कर आरोपी को दंडित किया जाए।
कुमावत की ओर से आरोपी कॉन्स्टेबल की छात्र के साथ हुई चैटिंग के स्क्रीन शॉट भी शेयर किए गए। इसमें छात्र को अपने कमरे में बुलाने के लिए दबाव डालने, आपत्तिजनक फोटो शेयर करने जैसी कई बातें सामने आई हैं। ग्रामीणों ने इसकी एक फाइल बनाकर पुलिस को सौंप दी है।