काबुल। हामिद शिनवारी को अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद से बर्खास्त कर दिया गया है। उनकी जगह पर नसीबुल्लाह खान (हक्कानी) को नया सीईओ नियुक्त किया गया है।
शिनवारी ने मंगलवार को इसकी पुष्टि करते हुए कि कल उन्हें निकाल दिया गया था। समझा जाता है कि सोमवार को लोगों का एक समूह एसीबी कार्यालय में घुस गया और सीईओ को बदलने का आदेश दिया। ये खबरें हैं कि इस कदम के पीछे अफगानिस्तान सरकार के सहयोगी हक्कानी नेटवर्क से जुड़े लोगों का एक समूह है।
शिनवारी ने इससे पहले सोमवार को फेसबुक पर उन्हें हटाए जाने को लेकर पास्टो भाषा में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि आज अनस हक्कानी क्रिकेट बोर्ड के कार्यालय में आए और मुझसे कहा कि एसीबी के सीईओ के रूप में आपकी जिम्मेदारी खत्म हो गई है।
उन्होंने नसीबुल्लाह हक्कानी के साथ नए सीईओ के रूप में परिचय कराया। मैंने अपनी बर्खास्तगी पर एक लिखित आदेश मांगा, लेकिन मुझे नहीं मिला। मुझे एक पारदर्शी प्रक्रिया के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था और अब मुझे अपने बर्खास्त होने का कारण नहीं पता है।
उल्लेखनीय है कि अनस हक्कानी अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार में हक्कानी विंग का नेता है। वहीं शिनवारी ने अपने फेसबुक पोस्ट पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। उसके बाद से उनका फेसबुक अकाउंट प्रतिबंधित कर दिया गया है।
तालिबान द्वारा पिछले महीने अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जे के बाद से शिनवारी एसीबी का अंतरराष्ट्रीय प्रशासनिक चेहरा थे। जीवन जीने के मामले और खेल के मैदान में महिलाओं के साथ देश में बरते जा रहे व्यवहार के कारण ऑस्ट्रेलिया द्वारा टेस्ट मैच के लिए अफगानिस्तान की मेजबानी न करने के फैसला के बाद उन्होंने विश्व क्रिकेट समुदाय से एक भावुक अपील की थी।
इस बीच अजीजुल्लाह फाजली एसीबी का नेतृत्व करना जारी रखेंगे, जिन्होंने सत्ता परिवर्तन के तुरंत बाद बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था। प्रशासनिक क्षेत्र के साथ-साथ मैदान पर भी अफगानिस्तान क्रिकेट में बदलाव देखने को मिल रहा है।
देश के सबसे बड़े स्टार राशिद खान ने अगले महीने शुरू होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए राष्ट्रीय टीम के चयन का विरोध करते हुए कप्तान के पद से इस्तीफा दे दिया था। ऐसे में उनकी जगह पर अनुभवी खिलाड़ी मोहम्मद नबी को कप्तान नियुक्त किया गया था। दरअसल एसीबी के अध्यक्ष अजीजुल्लाह ने कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के चयन में हस्तक्षेप किया था।