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पश्चिम बंगाल में मर्जी से वोट देने वालों को दंडित किया जाता है : जगदीप धनखड - Sabguru News
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पश्चिम बंगाल में मर्जी से वोट देने वालों को दंडित किया जाता है : जगदीप धनखड

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पश्चिम बंगाल में मर्जी से वोट देने वालों को दंडित किया जाता है : जगदीप धनखड

जयपुर। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ कहा कि मैं उस भू भाग का राज्यपाल हूं जहां लोगों को अपनी मर्जी से वोट देने पर दंडित किया जाता है।

धनखड़ शनिवार को जयपुर के धानक्या ग्राम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति की ओर दीनदयाल की 105वीं जयंती पर आयोजित व्याख्यान में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जो चुनौतियां और समस्याएं है, उनका सामना करने के लिए मैं यहां से उर्जित और ज्यादा ताकत के साथ जा रहा हूं। लड़ाई कितनी ही मुश्किल हो, लड़े बिना काम नहीं चलता।

धनखड ने पश्चिम बंगाल में हो रहे मानवाधिकारों के हनन की ओर इशारा करते हुए कहा कि मानवाधिकारों का हनन होने पर प्रशासन और न्यायालय से मदद नहीं मिले तो व्यक्ति कहां जाए। प्रशासन उन लोगों की मदद करता है, जो अधिकारों का हनन कर रहे हैं। मानवाधिकारों का हनन सुनियोजित षड़यंत्र है, जो खास राजनीतिक उपलब्धि के लिए किया जाता है। यह भारत के संविधान पर कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि एक तरफ वे लोग है जो चेंन की नींद सोते हैं और बेपरवाह है। दूसरी तरफ वो लोग है जो एक पल भी नहीं सो पाते हैं, उनको डर लगाता है।

धनखड ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमले बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सीबीआई दफ्तर में धरना देती है और कहती है कि मुझे गिरफ्तार करो या इन्हें छोड़ो। यह घटना किसी अन्य राज्य में होती तो पता नहीं क्या हो जाता है।

उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति हजारों साल पुरानी है, दुनिया में भारत को इज्जत के साथ देखा जाता है। यहां के प्रधानमंत्री जिस प्रकार का काम कर रहे हैं, उनका लोहा दुनिया मानती है।

कार्यक्रम में केन्द्रीय कला एवं संस्कृति मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष मनाने पर बनाई समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था आजादी का अमृत महोत्सव ऐसा होने चाहिए जिसमें विश्लेषण भी हो और चिंतन भी हो। प्रधानमंत्री की सोच थी कि उन्होंने उत्सव को आजादी का अमृत उत्सव नाम दिया, इसमें भारतीयता की झलक स्पष्ट है।

पंडित दीनदयाल ने कहा था हमारा चिंतन भारतीयता के आधार पर होना चाहिए। इसी आधार पर उन्होंने एकात्म मानववाद का सिद्धांत रखा। उन्होंने घोषणा की पंडित दीनदयाल स्मारक स्थल पर संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से भव्य ऑडिटोरियम का निर्माण कराया जाएगा।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति समारोह समिति के अध्यक्ष प्रो. मोहनलाल ने छीपा ने समिति के कार्यों और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में पैरांलिपक में पदक विजेता अवनि लखेरा और देवेन्द्र झाझड़िया का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम को जयपुर जिला प्रमुख रमा चौपड़ा ने भी संबोधित किया।