जयपुर। राजस्थान में अब तक की सबसे बड़ी अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) की आज कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण संपन्न हो गई।
दो पारियों में हुई इस परीक्षा की पहली पारी दस बजे शुरू हुई जबकि दूसरी पारी अपराह्न ढाई बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई और सायं पांच बजे शांतिपूर्ण रुप से संपन्न हो गई।
परीक्षा की दूसरी पारी के समाप्त होते ही परीक्षार्थियों एवं अभिभावकों की अपने घर लौटने के लिए सड़कों पर मेला सा लग गया। राजधानी जयपुर में सड़कों पर रेलवे स्टेशन, अजमेर एवं सीकर रोड पर सहित कई स्थानों पर जाम की स्थिति का सामना करना पड़ा। व्यवस्था बनाने के लिए बनाए गए अस्थाई बस स्टैंडों पर भीड़ लग गई।
एक बार कुछ समय के लिए अफरा तफरी मची लेकिन पुलिस के जवानों ने मुस्तैदी से यातायात व्यवस्था को संभाला और परीक्षार्थियों को सकुशल अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया गया। इसी तरह प्रदेश के अन्य शहरों में भी ऐसी ही स्थिति नजर आई।
इससे पहले कई परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों के कुछ देरी से पहुंचने एवं कई अभ्यर्थियों को परीक्षा केन्द्र ढूूंढने में दिक्कत का सामना करना पड़ा लेकिन सरकार की तरफ से अभ्यर्थियों के आने जाने की सरकारी एवं निजी बसों में नि:शुल्क व्यवस्था के कारण उन्हें इस सुविधा की काफी मदद मिली और अधिकांश अभ्यर्थी समय से पहले ही अपने केन्द्र पर पहुंच गए।
परीक्षा केन्द्रों पर पुलिस बल तैनात किया गया और अभ्यर्थियों के केन्द्र में प्रवेश से पहले वैश्विक महामारी कोरोना गाइडलाइन के तहत उनके तापमान की जांच की गई तथा केन्द्र में नए मास्क देकर ही प्रवेश दिया गया। इस दौरान सभी अभ्यर्थियों पर गहरी नजर बनाए रखी गई ताकि कोई नकल सामग्री लेकर अंदर नहीं जा सके।
परीक्षा में नकल रोकने के लिए अधिकांश परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं इनमें संवेदनशली बाड़मेर, सवाईमाधोपुर, करौली, दौसा, नागौर, सीकर, भरतपुर, झुंझुनूं, और जालौर के परीक्षा केंद्रों पर कड़ी नजर रखी हुई हैं। जयपुर सहित कई जिलों में सुबह करीब सात से शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया था।
बीकानेर, अजमेर जिले के किशनगढ़ तथा कुछ अन्य स्थानों पर परीक्षा में नकल करने के प्रयास करने पर कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया और कुछ लोगों के पास से डिवाइस एवं ब्लूटूथ आदि उपकरण बरामद किए गए।
राज्य सरकार की तरफ से परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए रोडवेज बस के अलावा निजी बसों को भी अधिग्रहण करके हजारों बसों का संचालन किया गया और शहर में एक साथ भीड़ होने से बचाने के लिए जिलों में अस्थाई बस स्टैंड की व्यवस्था की गई।
जयपुर में अभ्यर्थियों के लिए रविवार को भी मेट्रो और लो फ्लोर बसों में नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था की गई। इस दौरान अभ्यर्थी और उनके अभिभावकों के लिए प्रदेश में लगभग साढ़े तीन सौ इंदिरा रसोई पर मुफ्त भोजन की व्यवस्था की गई। इसके अलावा भामाशाहों की मदद से जगह परीक्षार्थियों के लिए खाने आदि की व्यवस्था की गई।
रीट परीक्षा पेपर धोखाधडी के मामले में दो और अरेस्ट
अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले में रीट परीक्षा पेपर धोखाधड़ी के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार कड़ेल (पुष्कर) निवासी सरवन जाट के खिलाफ पुष्कर थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है।
पुलिस ने इस मामले में शनिवार को कुचामन और जयपुर पुलिस के साथ भी विवरण साझा किया है और गोविंद राजपूत तथा संजय पांडे को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधीक्षक जगदीश शर्मा ने बताया कि इस प्रकरण में अन्य आरोपियों तिलोनिया निवासी गोविंद गुर्जर, झोटवाड़ा निवासी कमल यादव, जालोर निवासी विकास विश्नोई एवं दिनेश विश्नोई को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस मामले के तह तक जाने के क्रम में अनुसंधान में जुटी है।