अजमेर। राज्य के अजमेर में राजस्थान राजस्व सेवा परिषद के बैनर तले राज्यभर से आए राजस्व कार्मिको ने अपनी मांगों के समर्थन में आज धरना-प्रदर्शन किया।
मुख्य सात सूत्रीय मांगों के समर्थन में परिषद के बैनर पर पटवार संघ, कानूनगों संघ, तहसीलदार संघ, तथा पटवारी अजमेर के अंबेडकर सर्किल से रैली के रूप में टोडरमल मार्ग स्थित राजस्व मंडल मुख्यालय पहुंचे और मंडल परिसर के बाहर सड़क पर ही धरना प्रदर्शन किया।
इससेेे पहले अंबेडकर सर्किल और जिलाधीशालय के बाहर कार्मिकों की भारी भीड़, जो राज्य के सभी 33 जिलो से प्रदर्शन करने पहुंचने के कारण जाम के हालात बन गए। धरना प्रदर्शन में तहसीलदार, नायब तहसीलदार, भू अभिलेख निरीक्षक, पटवारी आदि भाग ले रहे है।
वे सभी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पटवार संघ के साथ गत तीन जुलाई को हुए समझौते को लागू करने की मांग के साथ निकायों में पट्टे पंजीयन का अधिकार पंजीयकों को देने, नायब तहसीलदार का पद राजपत्रित घोषित करते हुए उन्हें शत प्रतिशत पदोन्नति से भरने की मांग, तहसीलदार के पचास प्रतिशत पद पदोन्नति से तथा पचास प्रतिशत पद सीधी भर्ती के जरिए भरने की मांग, नवीन पदों का सृजन करने तथा राजस्व तबादलों की स्पष्ट एवं पारदर्शी स्थानांतरण की मांग कर रहे है।
धरना प्रदर्शन शाम चार बजे तक जारी रहा उसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल राजस्व मंडल के अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि यदि अब भी उनकी मांगें नहीं मानी गई तो आगामी दो अक्टूबर से प्रशासन शहरों के संग तथा प्रशासन गांवों के संग अभियान का पूर्णतः बहिष्कार किया जाएगा।
पटवार संघ के जिलाध्यक्ष विनोद रतनू ने कहा कि हम बड़े कुंठित मन से आज राज्यभर के राजस्व कार्मिक एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन कर रहे है। सरकार ने अब भी हमारी नहीं सुनी तो आगे के बहिष्कार के निर्णयों के लिए स्वयं सरकार जिम्मेदार होगी।