बेंगलूरू। कन्नड़ अभिनेता पुनीत राजकुमार का अंतिम संस्कार रविवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ कांतीरावा स्टूडियो में किया गया। यहां अभिनेता के पार्थिव शरीर को उनके माता-पिता डॉ राजकुमार और पर्वतम्मा राजकुमार की समाधि के बगल में रखा गया।
पुनीत का 29 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। अंतिम संस्कार से पहले कर्नाटक पुलिस ने उन्हें तोपों की सलामी दी। यहां कुछ गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने रविवार तड़के पुनीत के माथे को चूमकर अंतिम विदाई दी और इसके तुरंत बाद कांतीरावा स्टेडियम में अभिनेता के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू हो गई। इसी स्थान पर उनके पार्थिव शरीर को पिछले दो दिनों से रखा गया था ताकि उनके प्रशंसक उनका अंतिम संस्कार कर सके।
शुक्रवार को अंतिम श्रद्धांजलि देने वालों में चिरंजीवी, वेंकटेश, राणा दुग्गुबाती, जूनियर एनटीआर, शरथ कुमार, प्रभु देवा, अर्जुन सरजा और बालकृष्ण शामिल रहे। सुबह करीब 5.45 बजे उनकी शव यात्रा रैली अंतिम संस्कार के लिए कांतीरावा स्टूडियो पहुंची और यहां सुबह करीब 6.30 बजे उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया।
शव को रविवार तड़के कांतीरावा स्टूडियो में पहुंचाया गया ताकि भीड़ की समस्या से बचा जा सके और कानून व्यवस्था में कोई दिक्कत नहीं हो। अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों में पुनीत के भतीजे विनय राजकुमार थे, जो दिवंगत अभिनेता के बड़े भाई राघवेंद्र राजकुमार के बेटे हैं।
आम जनता को स्टूडियो के अंदर जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अभिनेता के चाहने वाले उन्हें आखिरी बार देख सके इसके लिए सरकार ने परिसर के चारों ओर विशाल स्क्रीन की व्यवस्था की थी।
अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले प्रसिद्ध राजनेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार थे। इनके अलावा, जेडीएस नेता मधु बंगारप्पा, भाजपा नेता कुमार बंगरप्पा, मंत्री आर अशोक और मुनिरत्न, अभिनेता यश और पुनीत के बड़े भाई शिव राजकुमार भी मौके पर उपस्थित रहे थे।