जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज कहा कि पेट्रोल एवं डीजल पर वैट को लेकर मंगलवार को कैबिनेट की बैठक आयोजित की जायेगी जिसमें वैट घटाने पर विचार विमर्श करके जो भी संभव होगा फैसला लिया जाएगा।
गहलोत ने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु की जयंती के मौके पर रामनिवास बाग में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पंडित नेहरु की प्रतिमा पर पुष्पाजंलि करने के बाद मीडिया से यह बात कही।
उन्होंने कहा कि हमसे वैट कम करने की सलाह दी जा रही है, मैं उनको सलाह दे रहा हूं, मैनें प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री को पत्र लिखा कि आप पेट्रोल एवं डीजल पर दाम और कम करें राज्य में स्वत: ही कम हो जाएंगे, फिर भी परसों कैबिनेट की बैठक होगी, कैबिनेट एवं मत्रिपरिषद में इस पर विचार विमर्श किया जाएगा जो संभव होगा, वह फैसला किया जाएगा।
उन्होंने कि राज्यों के अलग अलग तरह से वैट के कम करने से असमानता पनप रही हैं और हमारे पर अनावश्यक आरोप लग रहे हैं, केंद्र सरकार को ही इनके दाम कम करने चाहिए ताकि दरों को लेकर राज्यों में असमानता नहीं हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का काम राज्यों को मजबूत करने का होना चाहिए लेकिन केन्द्र की राजग सरकार इससे उल्टा चल रही है। पहले केंद्र प्रवर्तित योजनाओं में केन्द्र की 80 एवं राज्य की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी होती थी, अब समय के साथ साथ यह हिस्सेदारी 50-50 प्रतिशत कर दी गई।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी राज्यपालों की कांफ्रेंस में राजस्थान की स्थिति के बारे में अपनी बात रखी और मेरा मानना है कि जिसका केन्द्र पर प्रभाव पड़ेगा और केन्द्र राज्य हित में कोई फैसला लेगा।
उन्होंने राजस्थान और अन्य राज्यों की भौगोलिक परिस्थिति में काफी अंतर बताते हुए कहा कि प्रदेश में एक गांव से दूसरे गांव की दूरी सात-आठ किलोमीटर है। लम्बे अरसे से राजस्थान को विशेष दर्जा देने की मांग उठती रही हैं लेकिन केंद्र सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही।