जयपुर। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने प्रदेश में शिक्षकों के तबादलों में भ्रष्टाचार की जांच पर जोर देते हुए कहा है कि हमने जनता से ईमानदार एवं पारदर्शी सरकार देने का वादा किया था।
पायलट ने आज मीडिया से बातचीत में कहा कि कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षकों के तबदलों में पैसों के लेनदेन की बात पूछी तो तब शिक्षकों ने हां में जबाव दिया था। उन्होंने कहा कि तबादलों में भ्रष्टाचार को लेकर गहलोत अपनी सरकार के कामकाज में भ्रष्टाचार को लेकर घिरते नजर आ रहे हैं।
पायलट ने कहा कि हमने जनता को पारदर्शी एवं ईमानदार सरकार देने का विश्वास दिलाया था, इसी दिशा में हमें काम करना है तथा इसमें कमी पाये जाने पर उसकी जांच भी होनी चाहिए।
पायलट ने कहा कि पिछली भारतीय जनता पार्टी सरकार ने भ्रष्टाचार के रिकार्ड तोड दिए थे जिससे परेशान होकर जनता ने इस बार हमे चुना था जिस पर ध्यान रखने की जरूरत है।
मंत्रिमंडल के विस्तार के बारे में पूछे जाने पर सचिन पायलट ने कहा कि सुलह कमेटी को बने हुए सवा साल हो गया है लेकिन अब पार्टी आलाकमान इस बारे में मन बना चुका है।