बेलागावी। कर्नाटक के बेंगलूरु और बेलागावी में शिवाजी महाराज तथा स्वतंत्र सेनानी संगोली रायाणा की प्रतिमाएं तोड़े जाने के बाद दोनों स्थानों पर रविवार तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
रायाणा की प्रतिमा को बेलागावी के अंगोल में शुक्रवार को नुकसान पहुंचाया गया। पुलिस को बेंगलूरु के समुदायिक संवेदनशील शिवाजी नगर इलाके में शुक्रवार शिवाजी महाराज की प्रतिमा को विकृत करने वालों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर संदेह है।
पुलिस ने बेलागावी शहर के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा को लेकर मामले दर्ज किए हैं। वहीं कई धाराओं के तहत भाषा को लेकर पैदा की गई असामंजस्य स्थिति पर मामले दर्ज किए गए हैं।
वहीं शुक्रवार देर रात प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के जवानों और सरकारी वाहनों पर पथराव किया। घटना में तकरीबन पुलिस जीप समेत 20 वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया, वहीं पुलिस को उपद्रव को रोकने के लिए लाठियों का प्रयोग करना पड़ा।
बेलागावी घटना की निंदा करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हुब्बाल्ली में कहा इस मामले के कई कारण हो सकते है और उनकी सरकार सच जानने के लिए हर कोणों की तलाश करेगी। वहीं प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बोम्मई ने कहा कि मैनें रयाणा की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए पुलिस को निर्देश दे दिए हैं। वहीं कई उपद्रवियों को गिरफ्तार भी किया गया है। हम हर कोणों का पता लगाते हुए इसके पीछे के कारण ढूंढ लेंगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि देशभक्तों की प्रतिमाओं को ऐसी मानसिकता के साथ नुकसान पहुंचाना देशभक्ति का कार्य नहीं है। क्योंकि ऐसे शूरवीरों का सम्मान हर समुदाय करता है।
उन्होंने कहा कि इन प्रतिमाओं को सम्मान देने के लिए स्थापित किया गया था, ना कि उन्हें बदनाम करने या फिर उन्हें नुकसान पहुंचाने को। अगर इसमें कुछ लोग शामिल है तो वह देशभक्त नहीं है। गृहमंत्री अरागा जन्नेंद्र ने चेतावनी देते हुए चपरासी यानि चौथे स्तर की राजनीति खेलने से मना किया है, जिससे राज्य में दो समुदायों के बीच कोई विवाद ना भड़के।
वहीं भाजपा राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने समुदायिक चिंता बढ़ाने को लेकर कांग्रेस और महाराष्ट्र की शिवसेना पर आरोप लगाया है। उन्होनें कहा कि कोल्हापुर में कन्नड़ झंडे को जलाया गया। महाराष्ट्र में किस पार्टी का राज है? वहां पर वह कांग्रेस से संयुक्त है। बेंगलूरु में उन्होंने शिवाजी महाराज की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया। इन दोनों घटनाओं का मकसद कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच विवाद बढ़ाना है।
विपक्ष नेता सिद्दारमैया ने एमईएस कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाते हुए उन्हें तुरंत जेल भेजने की बात कही है। साथ ही उन्होनें कहा कि इस समय में राज्य के लोगों से शांत रहने की अपील करता हूं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. डीके शिवकुमार ने कहा कि बेलागवी में काफी समुदायिक तनाव है और रायाणा की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाना अत्यंत दुखपूर्ण है। उन्हाेंने कहा कि मैं घटना की निंदा करता हूं।