जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर राजस्थान के कोल ब्लॉक को छत्तीसगढ सरकार से अनुमति दिलवाने में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
गहलोत ने पत्र में लिखा है कि राजस्थान के 4,300 मेगावाट के पावर प्लांट्स के लिए दिसंबर अंत में कोयला संकट हो जाएगा। कोल माइंस की मंजूरी नहीं मिली तो प्रदेश को महंगे दामों पर कोयला खरीदना पड़ेगा, इससे लागत बढ़ेगी और उसका भार उपभोक्ता पर पड़ेगा। बिजली महंगी करना राजनीतिक रूप से नुकसानदायक है।
गौरतलब है कि नवंबर में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर कोयला माइंस को शीघ्र मंजूरी देने की अपील की थी। बघेल को पत्र लिखने के महीने भर बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अब गहलोत ने सोनिया गांधी तक मामला पहुंचाया गया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच कोयला खदान को मंजूरी देने को लेकर विवाद चल रहा है। छत्तीसगढ़ के पारसा ईस्ट और एक दूसरे कोल ब्लॉक को केंद्र से मंजूरी मिलने के बाद भी बघेल सरकार अनुमति नहीं दे रही है।