जयपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने चित्तौड़गढ़ में लाइट एंड साउंड शो में राजस्थान की आन, बान और शान पूज्य रानी पद्मावती जी से जुड़े गल्प को ऐतिहासिक कथा के रूप में दिखाने को जन-स्वाभिमान पर चोट बताया है।
राज्य सरकार पर वार करते हुए शेखावत ने कहा कि इससे यह भी साबित होता है कि गहलोत सरकार को राजस्थान की अस्मिता से सरोकार नहीं है। वह कांग्रेसी विचारधारा को समर्थन देता इतिहास दिखाना चाहती है।
मंगलवार को अपने बयान में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस प्रकरण को सामान्य त्रुटि नहीं माना जा सकता। यह जगविदित है कि पूज्य रानी पद्मावती जी राजस्थान की अस्मिता के लिए क्या मायने रखती हैं? तुष्टीकरण की नीयत से यह चित्रण जान-बूझकर किया गया। गल्प को सत्य बताने की मंशा से।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन आने के बाद राजस्थान में लगातार हिंदू समुदाय से दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। हिंदू और हिंदुत्व में अंतर करते व्याख्यान गढ़े जा रहे हैं। उनमें फूट डालने की कोशिश की जा रही है। पूज्य रानी पद्मावती जी के जरिए राजपूती मान पर प्रहार करना इसी षड्यंत्र का हिस्सा है।
शेखावत ने कहा कि कांग्रेस हिंदुओं में हीनभावना भरना चाहती है, क्योंकि उसे हिंदुओं की एकजुटता से खतरा महसूस होता है। कांग्रेस इस प्रकरण से बच निकलने का रास्ता भी सोच चुकी होगी, क्योंकि लाइट एंड साउंड शो के बहाने उसने अपनी चाल चल दी है। उसे अब मूल विषय से ध्यान हटाकर एक नया प्रोपेगेंडा खड़ा करना है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं इस कांग्रेसी कृत्य की न केवल भर्त्सना करता हूं, बल्कि राज्य सरकार को कड़ी चेतावनी भी देता हूं कि यह प्रकरण उसकी योजना अनुसार आग लगाकर तमाशा देखने की तर्ज पर रफा-दफा नहीं होने दिए जाएगा।
शेखावत ने कहा कि पूज्य रानी पद्मावती का जौहर हमारे माथे पर मरुधरा की महानता का तिलक है। हम उन पर देवतुल्य माता की भांति आस्था रखते हैं। उनकी पवित्रता से खिलवाड़ हमारी मातृभूमि की अवज्ञा है। कांग्रेस नतीजा भुगतने को तैयार रहे।