जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंटआबू के योजनाबद्ध विकास के लिए पर्यटन विभाग और स्वायत्त शासन विभाग योजना बनाएं ताकि इस क्षेत्र को पर्यटकों के लिए अधिक सुविधाजनक और आकर्षक बनाया जा सके।
गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से आबू पर्वत नगर पालिका के शरद महोत्सव-2021 के उद्घाटन तथा लोकार्पण एवं शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने माउण्टआबू विकास समिति की बैठक नियमित रूप से आयोजित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने माउण्टआबू की प्रसिद्ध नक्की झील पर गांधी वाटिका में गांधीजी की प्रतिमा का अनावरण तथा महात्मा गांधी पुस्तकालय का उद्घाटन किया। श्री गहलोत ने झील के किचन गार्डन पर पार्किंग एवं टेरेस गार्डन का शिलान्यास भी किया। उन्होंने निर्देश दिए कि करीब तीस साल से मनाए जा रहे शरद महोत्सव को और भी आकर्षक एवं वृहद स्तर पर आयोजित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन और इससे जुड़ी हुई गतिविधियों को बढ़ावा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यटन से बड़ी संख्या में लोगों की आजीविका जुड़ी हुई है। इसे देखते हुए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पर्यटन उद्योगाें को प्रोत्साहित कर रही है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान को पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए पहली बार 500 करोड़ रूपए का पर्यटन विकास कोष बनाया गया है। इस कोष से पर्यटक स्थलों पर आधारभूत सुविधाओं के विकास, उनके संरक्षण तथा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत ब्रांडिंग जैसे कार्य किए जाएंगे।
गहलोत ने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान की देश और दुनिया में अनूठी पहचान है। यहां की मनभावन संस्कृति, किलों, महलों, बावड़ियों तथा वाइल्ड लाइफ, डेजर्ट आदि से जुड़े आकर्षक स्थलों को देखने बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक आते हैं। रोजगार में भी पर्यटन उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। दुनिया के कई मुल्कों की अर्थव्यवस्था तो इस उद्योग से जुड़ी गतिविधियों पर ही निर्भर करती है।