अजमेर। ई-मित्र कियोस्क धारक के लम्बे समय से दुबई में रहने पर भी उसके नाम से आवंटित ई-मित्र केन्द्र का संचालन नकली अंगूठे के माध्यम से करने का फर्जीवाडा डीओआईटी के सहायक प्रोग्रामर द्वारा पकड़ा गया है।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के अतिरिक्त निदेशक अखिलेश मित्तल ने बताया कि अजमेर जिले की जवाजा पंचायत समिति के अन्तर्गत आने वाली सुहावा ग्राम पंचायत के ग्राम लखीना में ई-मित्र संचालक तथा आधार ऑपरेटर सिकन्दर खान द्वारा द्वारा फर्जी तरीके से 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के आधार कार्ड़ बनाए जाने का मामला सामने आया।
इस सम्बन्ध में स्थानीय निवासी रमजान द्वारा सम्पर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई। इसमें ई-मित्र संचालक पर आधार नामांकन के लिए पैसे लेने तथा अन्य सेवाओं की तय दर से अधिक राशि वसूलने के आरोप लगाए गए थे। इसकी जांच सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग ब्लॉक जवाजा के सहायक प्रोग्रामर गौरव शर्मा से करवाई गई। इससे ई-मित्र संचालक तथा आधार ऑपरेटर सिकन्दर खान का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।
उन्होंने बताया कि सहायक प्रोग्रामर गौरव शर्मा ने सम्पर्क पोर्टल पर प्राप्त शिकायत के निस्तारण के लिए व्यक्तिगत रुप से ग्राम लखीना जाकर जांच की। वहां पाया कि ई-मित्र संचालक पिछले कुछ माह से भारत से बाहर खाड़ी देश दुबई गया हुआ है। उसके नाम व बायोमेट्रिक फिंगरप्रिन्ट का इस्तेमाल करके आधार नामांकन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है।
सिकंदर खान ने कूट-रचित तरीके से अपने हाथ के अंगूठे के निशान का नकली अंगूठा बनवाकर अपने भाई सलीम खान को दे रखा था। उसके द्वारा फर्जी तरीके से आधार नामांकन का कार्य किया जा रहा था।
उन्होंने बताया कि सलीम खान से पूछने पर जानकारी दी कि वह स्वयं नौकरी करता है। उसने आधार नामांकन के लिए आवंटित सीईएलसी मशीन पाली जिले के बूटीवास नामक जगह पर किसी अन्य व्यक्ति को दे रखी है। वह व्यक्ति वहां आधार नामांकन का कार्य कर रहा है।
सहायक प्रोग्रामर गौरव शर्मा द्वारा बार-बार दबाव डालने पर सलीम खान द्वारा इस मशीन को पाली जिले से जवाजा मंगवाया गया। इसे फर्जी अंगूठे सहित जब्त कर लिया गया। सलीम खान के नाम से एक ई-मित्र केन्द्र मसूदा में भी कार्यरत है।
यह पूरा मामला ब्यावर के उपखण्ड अधिकारी के संज्ञान में लाकर ई-मित्र संचालक सिकंदर खान एवं उसके भाई सलीम खान के विरूद्ध कार्यवाही की गई। उनके नाम से संचालित ई-मित्र केन्द्र को तुरन्त प्रभाव से बंद करने तथा आधार आईडी को ब्लेक लिस्ट करने की कार्यवाही की जा रही है।